जूम टीवी को दिए इंटरव्यू के दौरान एक्ट्रेस ने मीटू स्टोरी पर बात की। उन्होंने अपने स्ट्रग्लिगं के दिनों का एक किस्सा सुनाया और कहा, ‘जब मैं मुबंई आई थी, तब मैं अलग-अलग जगह ऑडिशन्स और मीटिंग्स के लिए जाती थी। इसी दौरान मेरी एजेंसी ने मुझे एक डायरेक्टर के बारे में बताया। एजेंसी ने बताया कि एक डायरेक्टर हैं जो एक मूवी बना रहे हैं। तुम्हें उनसे जाकर मिलना चाहिए और ऑडिशन देना चाहिए।
एक्ट्रेस ने बताया,’मैं ऑडिशन देने के लिए गई। डायरेक्टर का ऑफिस वर्सोवा में था। हमारी बातचीत शुरू हुई तो मुझे थोड़ा अजीब लगा। उन्होंने शुरुआत में मुझसे पूछा कि आप एक्ट्रेस बनने के लिए किस हद तक जा सकती हैं। क्या कर सकती हैं।’
‘ऐसे ही बातों-बातों में उन्होंने मुझे बोला कि मैं तुम्हें बिकनी में देखना चाहता हूं। क्या तुम मुझे अपने कपड़े उतारकर दिखाओगी। तो मुझे समझ आ गया कि कुछ गलत है। मैंने उन्हें बोला कि रोल में तो ऐसी कोई डिमांड नहीं है। इसलिए मुझे नहीं लगता कि किसी लड़की से बात करने का ये कोई सही तरीका है।’
‘डायरेक्टर ने मुझे बोला कि मैं बस ऐसे ही तुम्हारी बॉडी लुक्स देखना चाहता हूं। उस समय मैंने बहुत स्मार्टली काम लिया। मैंने सोच लिया था कि मैं ऐसी परिस्थिति से भाग नहीं सकती हूं। मैंने उन्हें बोला कि जिस तरह से आप चाहते हैं फिलहाल, मैं आपको उस तरह से ऑडिशन देने की स्थिति में नहीं हूं। हम कभी और मिलेंगे और इतना कहकर मैं वहां से निकल गई। इसके बाद मैंने तुरंत मेरी एजेंसी को कॉल किया और कहा कि ये डायरेक्टर ठीक नहीं है और उन्हें पूरी बात बताई। एजेंसी ने मुझसे माफी मांगी। साथ ही उन्होंने कहा कि वो ये सुनिश्चित करेंगे कि अब कोई और लड़की उस डायरेक्टर के पास ना जाए।
जैस्मीन ने आगे बताया, ‘हमें यौन उत्पीड़न के बारे में बात करना के लिए मजबूत होने की जरुरत है। कोई भी इससे इनकार नहीं कर सकता है कि यौन उत्पीड़न नहीं है। लड़कियों को पता होना चाहिए कि कैसे ऐसी परिस्थितियों से लड़ना है। किसी ऐसे व्यक्ति पर भरोसा नहीं करना चाहिए, जिसे वो नहीं जानती हैं।’
बता दें कि जैस्मीन ने ‘टशन-ए-इश्क’ और ‘दिल से दिल तक’ जैसे शो में लीड रोल निभाया था। इसके अलावा वह साउथ फिल्मों में भी काम कर चुकी हैं।