कार्यक्रम को बनाने का आधार यह धारणा है कि पुलिस आरोपी को हथकड़ी पहनाकर फैसला सुना देती है और मीडिया जल्दबाजी में। पब्लिक भी वही सच मानती है जो पुलिस और प्रेस द्वारा बताया जाता है। लेकिन अदालत में कही-सुनी बातों या आधे-अधूरे सच को नहीं माना जाता।
इस सीरियल में देश के उन मशहूर आपराधिक मामलों की अदालत की कार्यवाही सच्चाई के साथ दिखाई जाएगी जिसके बारे में लोगों को कभी पता ही नहीं था। बताया जा रहा है कि इस शो की एंकरिंग विकास कुमार करेंगे।