बाद में बोलने का कोई फायदा नहीं
हाल ही में टाइम्स नाऊ को दिए इंटरव्यू के दौरान शिल्पा शिंदे ने इस पूरे मूवमेंट को ही बकवास करार दिया है। इस अभियान को लेकर उन्होंने कहा, ‘आपको इस मामले पर घटना के वक्त ही बोलना चाहिए था। ये बेहद सिंपल है। मुझे भी ये सबक मिला है। जब होता है तभी बोलो। बाद में बोलने का कोई फायदा नहीं है। ये सब व्यर्थ है।’
सिर्फ कंट्रोवर्सी होगी
शिल्पा का कहना है, ‘बाद में आपकी आवाज को कोई नहीं सुनेगा। सिर्फ कंट्रोवर्सी होगी और कुछ नहीं। घटना के वक्त बोलो, हां इसमें थोड़ी हिम्मत की जरूरत पड़ेगी। इंडस्ट्री में सब कुछ आपसी सहमति से होता है। ये एक लेन-देन की पॉलिसी है। इंडस्ट्री खराब नहीं है और ना ही अच्छी है। हर जगह ये सब चीजें होती हैं। मुझे नहीं पता लोग खुद ही क्यों इंडस्ट्री का नाम खराब कर रहे हैं? ये सब आप पर निर्भर करता है कि आप कैसे सामने वाले को रिएक्ट कर रहे हो।’
इंडस्ट्री में रेप नहीं होता
‘आज महिलाएं जोर-शोर से आवाज उठा रही हैं। मैंने पहले भी कहा था कि इंडस्ट्री में रेप नहीं होता है, जबरदस्ती नहीं होती। जो भी होता है वे आपसी सहमति से होता है। अगर आप तैयार नहीं हो तो छोड़ दो।’ अभिनेत्री का मानना है कि इस मूवमेंट समाज में कोई बदलाव नहीं ला सकता।