श्रवण ने कहा, ‘स्टोरी टेलिंग के लिए जो लिमिटेशंस होते हैं उन्हें भी कम कर दिया है। इस वजह से काफी अवसर मौजूद हैं, क्योंकि हर किसी को तो फिल्मों में काम करने का मौका नहीं मिलेगा और कुछ लेखक ऐसे होते हैं, जिनकी कहानियां नैरेटिव होती हैं और फिल्मों के नैरेटिव स्टाइल में फिट नहीं होती है तो उन्हें अवसर मिल रहा हैं।
साथ ही और कुछ कलाकार ऐसे होते हैं जो शायद कन्वेंशनल फिल्म कैटेगरी में फिट नहीं होते तो उनके लिए वेब खुल गया है, टीवी तो काफी पहले से था, लेकिन वेब ने बड़े पैमाने पर अवसर उपलब्ध कराए हैं। मुझे लगता है कि मनोरंजन उद्योग के लिए यह एक शानदार दौर है।’