खबर है की बॅालीवुड लाइफ ने मुनमुन दत्ता से इस विवाद को लेकर बातचीत की। उन्होंने बताया की,-पहली बात, आज सुबह जब मैंने गुरुचरन सिंह ( सोडी ) से इस बारे में बात करते हुए सुना तब तक मुझे इस विवाद के बारे में नहीं पता था। इसमें सबको कुछ गलतफहमी हुई है। गुरुचरण जोकि खुद सिख समुदाय से तालुक्क रखते है वह खुद कुछ ऐसा नहीं कहते है जिससे सिख समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचे। मुझे अच्छे से याद है कि उस सीक्वेंस शूट वाले दिन उन्होंने कहा था कि किसी को भी गुरु गोविंद सिंह जी का रोल अदा करने की अनुमति नहीं है। इसके बाद उन्होंने भी खालसा का रोल अदा किया और टीवी पर भी हमने यही दिखाया है। जो लोग इस पर अपनी आपत्ति जता रहे है उन्होंने उस एपिसोड को सही से देखा नहीं है। मैं चाहती हूँ कि वह उस एपिसोड को देखें जहाँ सोडी यह कह रहा है कि वह उनका खालसा है।
अगर पूरे मामले की बात करें तो हुआ ये था की शो के एक एपिसोड में गणपति पूजा हुई थी जिसमें कहा जा रहा है की एक एक्टर सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह के रुप में नजर आए। इसे देखकर सिख समुदाय में गुस्से की लहर दौड़ गई क्योंकि सिखों की ये मान्यता है की कोई भी इंसान गुरू के जीवित स्वरूप को धारण नहीं कर सकता। ये सिखों की धार्मिक नीयमों के खिलाफ है।
इस बारे में जब शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के प्रमुख कृपाल सिंह बादुंगर से बात की गई तो उन्होंने बताया की,- शो ने सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह के जीवित स्वरूप का चित्रण कर समुदाय को ठेस पहुंचाई और ऐसा करना सिख सिद्धांतों के खिलाफ है। कोई भी अभिनेता या कोई भी चरित्र खुद की दसवें सिख गुरु गोविंद सिंह के साथ समानता नहीं कर सकता। यह गलती माफ नहीं की जा सकती है।
कहा जा रहा है की सिख की इस सर्वोच्च कमेटी ने चैनल और धारावाहिक के डायरेक्टर को शो को जल्द से जल्द बंद करने की चैतावनी दी है। चलिए जो भी हुआ उसके बाद उम्मीद करते हैं की शो के डायरेक्टर और प्रड्यूसर जल्द से जल्द शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी से माफी मांग कर शो को बैन होने से बचा लेंगे।