दरअसल, गोकुलधाम सोसायटी में पहले मिस्टर भिड़े और फिर उसके बाद सभी को उनके मोबाइल पर ‘बेवकूफ’ का मैसेज आता है। इस मैसेज को पढ़ने के बाद भिड़े अपने तर्क से पता पता लगाते हैं कि यह मैसेज कोई और नहीं बल्कि बाघा ने भेजा है क्योंकि जब भिड़े बीते दिन गड़ा इलेक्ट्रॉनिक शॉप में गए थे तो ‘बेवकूफ’ शब्द का उपयोग बाघा ने किया था। बस फिर क्या जैसे ही सभी लोगों को इस बात का पता चला कि बाघा यह मेसेज भेज रहे हैं तो सभी लोग जेठा लाल के पास अपनी शिकायत लेकर पहुंच गए।
इस पर मिस्टर भिड़े यानी मंदार चंदवाडकर का कहना है कि ‘ऐसा कई बार होता है कि हम सभी को कभी ना कभी ऐसे बेवकूफी भरे मैसेज मोबाइल पर आते हैं जिसे पढ़ते ही बहुत गुस्सा आता है। बस उसी को कहानी के माध्यम से दर्शकों को दिखाया जा रहा है जो गुस्से के साथ-साथ हंसी का पिटारा भी खोलेगा। यह जानना हम सभी गोकुलधाम वालो के लिए बहुत ही दिलचस्प हो गया है कि आखिर बाघा ऐसा मैसेज भेज क्यों रहा है।’
बाघा के इस मैसेज से सोसायटी में कैसा नजारा होगा, यह देखना बहुत दिलचस्प होगा।