‘भाबीजी घर पर हैं’ के तिवारी उर्फ रोहिताश गौड़:
रोहिताश गौड़ का कहना है, ‘मैं हर स्वतंत्रता दिवस पर हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने बारे में कुछ नया जानने की कोशिश करता हूं। जिन्होंने इस देश को रहने योग्य बनाया है। हमने 72 साल पहले अंग्रेजों के खिलाफ एक लड़ाई का अंत किया था, मुझे लगता है कि अब हमें धर्म, जाति और रंग के आधार पर दूसरी लड़ाई का अंत करने का समय आ गया है। एक धर्मनिरपेक्ष और भ्रष्टाचार मुक्त भारत बनाने का यही एकमात्र रास्ता है।’
‘इश्क सुभान अल्लाह’ के कबीर उर्फ अदनान:
‘मेरा मानना है कि आज हम एक राष्ट्र के रूप में आजाद हैं लेकिन आज भी कई मौकों पर महिलाओं को यह बताया जाता है कि वह क्या पहनें और क्या करें। आज भी हमारे देश में असामानता, कन्या भ्रूण हत्या, दहेज प्रथा और ऐसे कई सामाजिक बंधन हैं जिन्हें एक राष्ट्र के रूप में हमें तोडऩा है और इससे ऊपर उठना है। जब तक यह नहीं बदलता, मुझे नहीं लगता है कि हम सही मायनों में आजाद कहलाएंगे। अंत में मैं अपने सभी फैंस को हैप्पी इंडिपेंडेंस डे कहना चाहूंगा।’
‘ये उन दिनों की बात है’ की आशी सिंह उर्फ नैना
‘मेरे लिए स्वतंत्रता दिवस का मतलब है कि आप ऐसी चीजे करते रहे जिससे आपको खुशी मिले। मैं चाहती हूं कि मेरा देश धारणा मुक्त हो हर कोई जो कुछ भी करना चाहे वह उसे करने को मिले। इस स्वतंत्रता दिवस पर मैं ‘ये उन दिनों की बात है’ के सेट पर राष्ट्रगान के साथ तिरंगा फहराऊंगी।
‘मुझे नहीं लगता है कि हमें हर दिन स्वतंत्रता दिवस मनाना चाहिए और हमें अपनी आने वाली पीढिय़ों को बताना चाहिए कि हमने कैसे स्वतंत्रता प्राप्त की। स्कूल के दिनों के दौरान, मैंने हमेशा सभी उत्सव कार्यों में भाग लेने की पूरी कोशिश की। इस खास दिन मैं अपने कपड़े पर एक छोटा राष्ट्र ध्वज भी लगाती हूं। यह मेरे लिए गर्व का विषय है कि मैं एक भारतीय हूं।