पुलिस ने बताया कि सुखेर थाने के हेडकांस्टेबल महेन्द्रङ्क्षसह के पुत्र आजादनगर निवासी भवानी सिंह व अजीत सिंह पर क्षेत्र के ही गौरव जीनगर, संदीप ओझा व मंयक वर्मा ने जानलेवा हमला किया। पुलिस का कहना है कि भवानी शाम को अपने मित्र नीरज के साथ स्कूटी में पेट्रोल भरवाने पंप पर गया था। वापसी में लौटते तीनों आरोपी वहां आ गए, उन्होंने भवानी का पीछा कर उसके स्कूटी को टक्कर मारी। डर के मारे उसने गाड़ी को तेज भगाने के साथ ही अपने बड़े भाई अजीत को जानकारी दी। अजीत के पहुंचने से पहले आरोपियों ने भवानी को रोक लिया। घेरते हुए झगड़ा कर उसके सिर पर हाथ पर चाकू से वार कर दिया। इतने में मौके पर अजीत भी पहुंच गया, बीचबचाव के दौरान आरोपियों ने उसके पेट में भी चाकू से वारकर दिया। चाकू के वार से अजीत के पेट से आतडिय़ा बाहर निकल गई तथा काफी खून बह निकला। वह गश खाकर नीचे गिर गया। हो-हल्ले के दौरान मोहल्लेवासी इकट्ठा हो गए। इतने में परिजन भी वहंा पहुंच गए। वे दोनों घायल भाइयों को एमबी चिकित्सालय ले गए जहां पर अजीत का अपात ऑपरेशन किया गया तथा भवानी का उपचार किया गया।
सूचना पर अम्बामाता थाना पुलिस ने घायल भाइयों के बयान पर आरोपियों के विरुद्ध जानलेवा हमले का मामला दर्ज किया। घायल भवानी का कहना था कि आरोपी आए दिन अवैध वसूली करते है, उसने मना किया तो आरोपियों ने हमला कर दिया। पुलिस ने वारदात के बाद संदीप ओझा को गिरफ्तार किया।
सूचना पर अम्बामाता थाना पुलिस ने घायल भाइयों के बयान पर आरोपियों के विरुद्ध जानलेवा हमले का मामला दर्ज किया। घायल भवानी का कहना था कि आरोपी आए दिन अवैध वसूली करते है, उसने मना किया तो आरोपियों ने हमला कर दिया। पुलिस ने वारदात के बाद संदीप ओझा को गिरफ्तार किया।