छह माह बाद पहुंचे एंटी रेबीज के ३१ हजार टीके
उदयपुरPublished: Nov 20, 2019 06:46:47 pm
हड़किया रोग से बचाने के लिए श्वानों व पशुओं को लगंेगे वर्ष में एक बार लगते हैं टीके
छह माह बाद पहुंचे एंटी रेबीज के ३१ हजार टीके
उदयपुर. श्वानों व पशुओं में हड़किया रोग की रोकथाम के लिए एंटी रेबीज के करीब 31 हजार टीकों की पहली खेप पशुपालन विभाग को मिल गई है। पिछले कई महीनों से पशु चिकित्सालयों में एंटी रेबीज टीके उपलब्ध नहीं थे। जिससे पशु चिकित्सालयों में बाजार से खरीद कर टीके लगाने पड़ते थे। इन टीकों की लम्बे समय से मांग की जा रही थी, जो अब कहीं जाकर पूरी हुई है। अतिरिक्त निदेशक ललित जोशी ने बताया कि उदयपुर में 11 हजार, बांसवाड़ा में 7 हजार, डंूगरपुर में 6 हजार, चित्तौडग़ढ़ में 2 हजार, राजसमंद में 2 हजार एवं प्रतापगढ़ में 3 हजार एंटी रेबीज टीके सभी पशु चिकित्सालयों में पहुंचा दिए गए है।
गौरतलब है कि एंटी रेबीज टीके वर्ष में एक बार लगाए जाते हैं। पागल श्वान की ओर से किसी पशु को काटने पर पांच टीके लगते हैं। पिछले वर्ष संभाग में 1817 श्वानों व पशुओं को टीके लगाए गए थे। इनमें उदयपुर में 664, राजसमंद में 532, बांसवाड़ा में 435, डंूगरपुर में 39, चित्तौडग़ढ़ में 19 एवं प्रतापगढ़ में 128 टीके लगाए गए।