4 व्यापारियों पर जुर्माना, 2 दुकानें सीज
उदयपुरPublished: Apr 01, 2020 02:00:11 am
निर्धारित एमआरपी से ज्यादा वसूली, गोवद्र्धनविलास व घंटाघर थाना पुलिस ने दो दुकानदारों को किया गिरफ्तार
4 व्यापारियों पर जुर्माना, 2 दुकानें सीज
उदयपुर. लॉकडाउन के दौरान ग्राहकों से एमआरपी से अधिक राशि वसूलने वाले दो व्यापारियों से हिरणमगरी थाना पुलिस ने जुर्माना वसूलने के साथ ही दुकान सीज की।
सीआई डॉ.हनवंतसिंह ने बताया कि मुखबिर सूचना मिली कि कृषि मंडी में भंवरलाल रंगलाल ऑयल्स प्राइवेट लिमिटेड के मालिक अरविन्द पुत्र जयंतीलाल व आरबी टे्रेडिंग कंपनी के रवीन्द्र पुत्र ब्रजलाल आमजन से तेल की कीमतों से अधिक राशि वसूलने के साथ ही बिल नहीं दे रहे हैं। सूचना पर डीएसओ जयमल सिंह राठौड़ एवं एसीटीओ श्यामप्रताप सिंह ने दुकान पर पहुंचकर जांच के बाद दोनों व्यापारियों पर 25-25 हजार का जुर्माना वसूला। इसी तरह पुलिस ने विवेक नगर सेक्टर-3 निवासी जय झामेश्वर दूध डेयरी एवं जनरल स्टोर के मालिक विनोद कुमार द्वारा दुकान पर आटे की अधिक कीमत वसूलने पर दुकान सीज की।
टीम का गठन
जिला रसद अधिकारी ज्योति ककवानी ने बताया कि शहर में अलग-अलग स्थानों पर दुकानदारों द्वारा आवश्यक वस्तुओं की निर्धारित किमत से अधिक किमत वसूलने की प्राप्त शिकायतों पर एक दल का गठन किया गया, जिसमें प्रवर्तन निरीक्षक पिंकी भाटी व खाद्य निरीक्षक अनिल भारद्वाज और अन्य कार्मिकों को भेजा गया।
गोवद्र्धनविलास व घंटाघर में की गिरफ्तारी
गोवद्र्धनविलास थानाधिकारी चेनाराम ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान सेक्टर-१४ में एक दुकानदार द्वारा खाद्य सामग्री पर एमआरपी से अधिक राशि वसूलने पर लोकेश पुत्र गणेशलाल को गिरफ्तार किया। नाकोड़ा इलेक्ट्रिकल की दुकान के मालिक हाथीपोल निवासी प्रकाश पुत्र भैरू के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया।
सीज की किराणा दुकान
घंटाघर गणेशघाटी पर मेसर्स सुगनचंद किशनलाल किराणा दुकान पर सुगनचंद के पुत्र संजय जैन ने शक्कर 90 रुपए किलो, आलू-प्याज 40 से 50 रुपए किलो देने की बात कही। निरीक्षक पिंकी भाटी की ओर से फूड लाइसेंस मांगे जाने पर उपलब्ध नहीं करा पाया। वहीं मौके पर रेट लिस्ट भी नहीं पाई गई। दुकान सीज की गई।
मेडिकल स्टोर से मास्क जब्त
दल ने फतेहपुरा चौराहे पर श्री करधर मेडिकल स्टोर पर ड्राइवर नीरज सर्जिकल मास्क और सेनेटाइजर खरीदने के लिए ग्राहक बनाकर भेजा। दुकानदार मोहनसिंह ने सर्जिकल मास्क के स्थान पर 30 रुपए मूल्य का कपड़े से बना मास्क दिया, जो कि निर्धारित मापदण्डों के अनुसार बना हुआ नहीं था। सेनीटाइजर नहीं होने की जानकारी दी तो प्रवर्तन निरीक्षक ने बिल मांगा। उसने स्वयं बनाकर बेचना स्वीकार किया। इस पर भाटी ने कपड़े के 20 मास्क जब्त किए। नोटिस देते हुए चालान बनाया।