पानी की शुद्धता को लेकर सवाल
उदयसागर झील में वर्ष 2017 में और इस मानसून में अच्छी बारिश हुई जिससे दोनों बार झील के गेट खोलने पड़े। इससे भारी मात्रा में पानी छोड़ा गया। झील का लगभग सारा पानी ही नया हो गया है फिर भी इसकी शुद्धता पर सवाल खड़ा है। ऐसे में पानी को उपचारित करने के लिए ट्रिटमेंट प्लांट की आवश्यकता है।
उदयसागर झील में वर्ष 2017 में और इस मानसून में अच्छी बारिश हुई जिससे दोनों बार झील के गेट खोलने पड़े। इससे भारी मात्रा में पानी छोड़ा गया। झील का लगभग सारा पानी ही नया हो गया है फिर भी इसकी शुद्धता पर सवाल खड़ा है। ऐसे में पानी को उपचारित करने के लिए ट्रिटमेंट प्लांट की आवश्यकता है।
वल्लभनगर, बडग़ांव को दे रहे पानी उदयसागर से जब भी सप्लाई की बात होती है। इसके पानी को अशुद्ध बता दिया जाता रहा है। बहरहाल इसका पानी वल्लभनगर, बडग़ांव में भी जाता है। साथ ही पूर्ववर्ती सरकार ने इस झील से बागोलिया तालाब को भरने की योजना भी बनाई थी।
हर वर्ष 25 प्रतिशत पानी की कटौती
हिंदुस्तान जिंक को दिए जाने वाले पानी में से गत तीन वर्ष से प्रतिवर्ष 25 प्रतिशत की कटौती हो रही है। दिसंबर 2017 से दिसंबर 2018 तक 135, दिसंबर 2018 से दिसंबर 2019 तक 90 और दिसंबर 2019 से दिसंबर 2020 तक 45 एमसीएफटी पानी ही जिंक उठा सकता है।
हिंदुस्तान जिंक को दिए जाने वाले पानी में से गत तीन वर्ष से प्रतिवर्ष 25 प्रतिशत की कटौती हो रही है। दिसंबर 2017 से दिसंबर 2018 तक 135, दिसंबर 2018 से दिसंबर 2019 तक 90 और दिसंबर 2019 से दिसंबर 2020 तक 45 एमसीएफटी पानी ही जिंक उठा सकता है।