scriptखरीफ फसल का 50 फीसदी लक्ष्य पूूरा , बुवाई के लिए पहुंंचे सवा सौ ट्रेक्टर | 50 percent target of Kharif crop Completed, Mearn, Udaipur | Patrika News

खरीफ फसल का 50 फीसदी लक्ष्य पूूरा , बुवाई के लिए पहुंंचे सवा सौ ट्रेक्टर

locationउदयपुरPublished: Jul 04, 2020 03:55:07 pm

Submitted by:

madhulika singh

वल्लभनगर तहसील क्षेत्र में कृषि विभाग के आंकड़ोंं के अनुसार तय लक्ष्य के मुताबिक 50 फीसदी की बुवाई हो चुकी है

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मेनार. जिलेभर में मानसून की अच्छी बारिश होने के साथ ही धरतीपुत्र बुवाई में जुट गए हैं। खरीफ फसल की बुवाई अभी युद्धस्तर पर जारी है । कोरोना संक्रमण के कारण प्रवासियों के लौटने से इस साल खेतों में अच्छी खासी चहल पहल है । किसान अपने परिवार संग खरीफ फसलों की बुवाई में जुटे हुए हैंं। जिले के वल्लभनगर तहसील क्षेत्र में कृषि विभाग के आंकड़ोंं के अनुसार तय लक्ष्य के मुताबिक 50 फीसदी की बुवाई हो चुकी है । सप्ताहभर में समूचे क्षेत्र में बुवाई पूरी होने की उम्मीद है। मुख्य ब्लॉक कृषि अधिकारी मदन सिंह शक्तावत के अनुसार इस बार इस खरीफ सीजन में बुवाई का लक्ष्य 40762 हैक्टेयर रखा गया है । जिसमेंं से मक्का 19600 , सोयाबीन , 11400 , जवाई 2950 , ग्वार 2399 हैक्टेयर सहित , मूंगफली , कपास , उड़द , तील , सब्जियां आदि की बुवाई का लक्ष्य रखा गया है। इसमें से 20 हजार हैक्टेयर क्षेत्र में बुवाई का कार्य पूरा हो चुका है। । किसान परिवार सहित मक्का, उड़द, सोयाबीन, ज्वार आदि फसलें बोने में व्यस्त हैं। किसान परिवार दिन-रात खेतों में बुवाई सहित अन्य काम निपटने में लगे हुए हैं। इस साल अच्छी बारिश की उम्मीद लगाए बैठे किसान सक्रिय हैं। वहींं जिन किसानों ने प्री मानसून की जोरदार बारिश का फायदा उठाया वे अब निराई गुड़ाई के कार्य में लग गए हैं। वल्लभनगर तहसील क्षेत्र के मेनार कस्बे सहित अमरपुरा खालसा, बामणिया, खेड़ली, नवानियां, बांसड़ा, भोपाखेड़ा, कुन्थवास, बरोडिय़ा, रामाखेड़ा सहित समीपवर्ती गांवों में खेतों में बुवाई के लिए ट्रैक्टरों की भरमार है । बुवाई की हलचल मुख्य मार्गोंं से साफ दिखाई दे रही है। वहींं बीज भण्डार , कृषि समिति केंद्रों पर किसानों की भीड़ उमड़ रही है । समिति केंद्रों पर खाद लेने को लेकर रेलमपेल बनी हुई है।
बुवाई के लिए बाहर से आए करीब सवा सौ ट्रेक्टर
बुवाई का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। ऐसे में एक साथ बुवाई होने से हालात ये है कि‍ बुवाई के लिए औराई मशीन वाले ट्रैक्टरों की संंख्या कम होने से निकुम्भ चौराहा , मंगलवाड़ , जनताई , देवरी , नपावली , खानपुरा , बड़ीसादड़ी , भाणुजा , पिंड , उठेल , पिनोदड़ा , ओरवाडिया , बरखेड़ा आदि इलाको से मेनार डाक बंगला एवं आस पास के इलाक़ो में सवा सौ से अधिक ट्रेक्टर पहुंंचे हैंं ।
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