करोड़ों की संख्या में रोल नंबर देखकर छूटे छात्रों के पसीने परीक्षा को लेकर बच्चों को आवंटित किए गए रोल नंबर को लेकर अभी तक असमंजस की स्थिति बनी हुई है। दरअसल इस बार विद्यार्थियों को 10 करोड़ की संख्या तक के रोल नंबर जारी किए गए हैं जो बच्चों ओर अभिभावकों के लिए परेशानी का कारण बने हैं हालांकि अधिकारियों ने शिक्षकों को बच्चों के रोल नंबर लिखवाने तथा उनकी जांच करने के निर्देश दिए हैं लेकिन अभिभावकों का मानना है कि दस अंकों तक के रोल नंबर छोटे बच्चे नहीं लिख सकते है।इधर मनोविज्ञान के जानकारों का कहना है कि हाल ही में बच्चे दस अंको के मोबाइल नंबर भी आसानी से याद कर लेते है ऐसे में रोल नम्बरो को लिखने में ज्यादा समस्या नही आएगी। वहींं डाइट प्राचार्य पुष्पेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि विद्यार्थियों को प्रवेश पत्र में देख कर सिर्फ अंकोंं में रोल नम्बर लिखने हैंं।हालांकि वीक्षकों को परीक्षा के करीब आधा घंटा पूर्व बुलाकर उत्तर पुस्तिका पर बच्चों के रोल नंबर लिखवा कर बच्चों को वितरित किया जाएगा।
इनका कहना है डाइट ने परीक्षा हेतु सम्पूर्ण तैयारियां कर ली है,रोल नम्बरो को लेकर सामने आ रहे असमंजस बेवजह है।रोल नम्बरो को दो अंक जिले के,दो अंक ब्लॉक व पांच अंक छात्रों की संख्या को मिला कर जारी किये गए हैंं जो परीक्षा की व्यवस्थाओं के अनुरूप बिल्कुल सही है।
पुष्पेंद्र कुमार शर्मा, प्राचार्य डाईट उदयपुर