कलक्टर बिष्णुचरण मल्लिक ने बताया कि यह योजना राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम में शामिल परिवारों के लिए हैं। राज्य सरकार की ओर से प्रत्येक भामाशाह परिवार को स्मार्ट फोन एवं इंटरनेट कनेक्शन के लिए एक हजार रुपए प्रदान किए जाएंगे। पहली किस्त की राशि सीधे ही भामाशाह कार्ड से जुड़े खाते में डाली जाएगी। इसके लिए आगामी 7 से 9 सितंबर को 17 ब्लॉक मुख्यालय पर विशेष शिविर भी लगाए जाएंगे।
इस दौरान जिला परिषद एसीईओ मुकेश कलाल व सूचना प्रौद्योगिकी उपनिदेशक शीतल अग्रवाल प्रमुख नेटवर्क और मोबाइल कंपनियों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
इस दौरान जिला परिषद एसीईओ मुकेश कलाल व सूचना प्रौद्योगिकी उपनिदेशक शीतल अग्रवाल प्रमुख नेटवर्क और मोबाइल कंपनियों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
एेसे मिलेगी दूसरी किस्त
दूसरी किस्त प्राप्त करने के लिए स्मार्ट फोन पर सरकारी योजनाओं के एप जैसे राजस्थान सम्पर्क मोबाइल एप, ई-मित्र मोबाइल एप, भामाशाह वॉलेज मोबाइल एप, राज-मेल मोबाइल एप आदि एप डाउनलोड करने होंगे। इन एप में योजना को लेकर ऑप्शन दिया गया है। इस पर कुछ जानकारियां डालने कर सबमिट करनी होंगी। इसके बाद दूसरी किस्त की राशि भी सीधे खाते में आएगी।
दूसरी किस्त प्राप्त करने के लिए स्मार्ट फोन पर सरकारी योजनाओं के एप जैसे राजस्थान सम्पर्क मोबाइल एप, ई-मित्र मोबाइल एप, भामाशाह वॉलेज मोबाइल एप, राज-मेल मोबाइल एप आदि एप डाउनलोड करने होंगे। इन एप में योजना को लेकर ऑप्शन दिया गया है। इस पर कुछ जानकारियां डालने कर सबमिट करनी होंगी। इसके बाद दूसरी किस्त की राशि भी सीधे खाते में आएगी।
खुले बाजार से भी खरीदा जा सकेगा
कलक्टर ने बताया कि शिविरों में सभी प्रमुख मोबाइल ऑपरेटर कम्पनियों की ओर से अपने उत्पाद उपलब्ध कराए जाएंगे। केम्प के अलावा भी खुले मार्केट से भी मोबाइल क्रय किया जा सकता है।
कलक्टर ने बताया कि शिविरों में सभी प्रमुख मोबाइल ऑपरेटर कम्पनियों की ओर से अपने उत्पाद उपलब्ध कराए जाएंगे। केम्प के अलावा भी खुले मार्केट से भी मोबाइल क्रय किया जा सकता है।
पोषण माह के रूप में मनेगा सितम्बर जिले में सितम्बर माह को पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है। इसके तहत बच्चों, महिलाओं, गर्भवतियों के पोषण स्तर में सुधार लाने के प्रयास किए जाएंगे। कलक्टर बिष्णुचरण मल्लिक ने बताया कि प्रधानमंत्री के पोषण अभियान का मुख्य उद्देश्य 0 से 6 वर्ष के बच्चों, गर्भवती महिलाओं एवं धात्री माताओं के पोषण स्तर में सुधार लाना, नवजात बच्चों में कम वजन, बच्चों में ठिगनापन, कुपोषण एवं रक्ताल्पता दर में अगले तीन वर्षों में उत्तरोतर कमी लाना है। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास उपनिदेशक डॉ. तरु सुराणा ने अभियान के तहत की जा रही गतिविधियों के बारे में बताया।