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इसलिए परेशानी – यदि कोई व्यक्ति संक्रमित सामने आता है तो उसके अधिकांश संपर्क तलाश कर उनकी हिस्ट्री जुटाना बेहद मुश्किल है। इसका मुख्य कारण फिलहाल सभी खुले बाजार व किसी प्रकार की पाबंदी नहीं होना है।
– ये जरूरी नहीं कि प्रत्येक व्यक्ति हर संपर्क की जानकारी रखे या उसे याद हो कि वह किन-किन से मिला है।
इसलिए परेशानी – यदि कोई व्यक्ति संक्रमित सामने आता है तो उसके अधिकांश संपर्क तलाश कर उनकी हिस्ट्री जुटाना बेहद मुश्किल है। इसका मुख्य कारण फिलहाल सभी खुले बाजार व किसी प्रकार की पाबंदी नहीं होना है।
– ये जरूरी नहीं कि प्रत्येक व्यक्ति हर संपर्क की जानकारी रखे या उसे याद हो कि वह किन-किन से मिला है।
– चिकित्सा विभाग के पास इतनी बड़ी टीम नहीं है जो हर संक्रमित व्यक्ति से पहले की तरह विस्तार से कांटेक्ट हिस्ट्री लेकर इसे संग्रहित रख सके।
– कोरोनाकाल के शुरुआती दिनों में तो काफी कम मरीज मिलते थे, इसलिए ये संभव था, लेकिन अब ये मुश्किल है।
– कोरोनाकाल के शुरुआती दिनों में तो काफी कम मरीज मिलते थे, इसलिए ये संभव था, लेकिन अब ये मुश्किल है।
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यदि डायरी रखे तो … हालांकि व्यावहारिक तौर पर ये संभव नहीं है, लेकिन चिकित्सा विभागीय अधिकारियों को कुछ लोगों ने यह सुझाव दिया कि वे लोगों से अपने साथ पोकेट डायरी रखकर मिलने वालों के नाम इसमें तारीख सहित लिखने का आग्रह करे। कुछ लोगों का कहना है कि वे अपने मोबाइल में भी इसकी जानकारी नाम व तारीख लिखकर रख सकते हैं।
यदि डायरी रखे तो … हालांकि व्यावहारिक तौर पर ये संभव नहीं है, लेकिन चिकित्सा विभागीय अधिकारियों को कुछ लोगों ने यह सुझाव दिया कि वे लोगों से अपने साथ पोकेट डायरी रखकर मिलने वालों के नाम इसमें तारीख सहित लिखने का आग्रह करे। कुछ लोगों का कहना है कि वे अपने मोबाइल में भी इसकी जानकारी नाम व तारीख लिखकर रख सकते हैं।
पूरी ट्रेसिंग करने का प्रयास
सीएमएचओ डॉ. दिनेश खराड़ी का कहना है कि हमारा प्रयास है कि हम पूरी ट्रेसिंग कर सके। इसे लेकर लोगों से अपील है कि वे जिनसे मिले इसकी जानकारी स्वयं भी रखें ताकि जरूरत पर कोरोना के खतरे को नियंत्रित करने में मदद मिल सके।
सीएमएचओ डॉ. दिनेश खराड़ी का कहना है कि हमारा प्रयास है कि हम पूरी ट्रेसिंग कर सके। इसे लेकर लोगों से अपील है कि वे जिनसे मिले इसकी जानकारी स्वयं भी रखें ताकि जरूरत पर कोरोना के खतरे को नियंत्रित करने में मदद मिल सके।