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स्विच दबाओ… और तड़पकर मरने लगेगा कोरोना

locationउदयपुरPublished: Jun 20, 2020 10:46:18 pm

Submitted by:

jitendra paliwal

उदयपुर के एक डॉक्टर ने बनाए दो डिवाइस, अल्टा वायलेट किरणों के इस्तेमाल से जानलेवा वायरस के खात्मे का प्रयोग

स्विच दबाओ... और तड़पकर मरने लगेगा कोरोना

स्विच दबाओ… और तड़पकर मरने लगेगा कोरोना

उदयपुर. कमरा बंद करो, स्विच दबाओ और 10 मिनट में कोरोना का खात्मा। सब्जी हो, कपड़े, मोबाइल या और कोई चीज संक्रमण मुक्त करने के लिए अब न तो सेनेटाइजर की जरूरत न किसी केमिकल के इस्तेमाल की। कोरोना के दौर में यह सब काम अब उदयपुर में एक स्टार्टअप के तहत बनकर तैयार दो तरह के लैम्पनुमा डिवाइस से निकलती अल्ट्रा वायलेट-सी किरणें ही कर देंगी। खर्च सिर्फ मामूली बिजली बिल का। इससे घर, अस्पताल, ऑफिस और अन्य इमारतों के कमरों को बंद कर रिमोट से सेनेटाइज किया जा सकेगा।
‘दृष्टेक इनोवेशनÓ के नाम से बनाए हैण्ड हेल्ड डिवाइस (मेटल डिटेक्टरनुमा) और यूवीसी ब्लास्टर (टेबल पर रखे जाने वाले उपकरण) उत्पाद शहर के ऑर्थोडॉन्टिक्स एण्ड डेंटोफेशियल ऑर्थोपेडिक्स डॉ. वैभव पारीक ने ‘डिसेंट रेजÓ नामक शृंखला के तहत बना डाले। यह ख्याल कैसे, कब कौंधा? यह पूछने पर डॉ. वैभव बताते हैं कि भीलवाड़ा में जब कोरोना बलास्ट हुआ, तब वहां उनकी खुद की शृंखला के अस्पताल में आने वाले मरीजों की सुरक्षा के मद्देनजर कुछ करने का सोचा। चूंकि अस्पतालों को संक्रमण मुक्त करने के लिए पहले से यूवी-सी किरणों का इस्तेमाल होता आया है, लिहाजा उन्होंने इसे अवसर में बदला। उन्होंने अमरीका, इटली और सिंगापुर में रह रहे अपने चचेरे भाइयों से भी बातचीत की।
पढ़ डाले 63 रिसर्च पेपर, बनाया प्रोटोटाइप
इस जद्दोजहद में वैभव ने दुनियाभर में कोरोना से संक्रमित चीजों को सेनेटाइज करने पर तैयार 63 रिसर्च पेपर पढ़ डाले और तय किया कि यूवीसी के इस्तेमाल से पोर्टेबल जर्मीसाइडल यूवी-सी सेनेटाइजेशन लैम्प बनाने हैं। रोज अलग-अलग डिजाइन बनाकर तोड़ी जाती रही। सात दिन बाद दो स्टैंडर्ड प्रोटोटाइप तैयार किए, जिसमें से एक हाथों में पकड़कर और दूसरा घर में किसी टेबल या अन्य जगह पर रखा जा सकता है।
पेटेंट का आवेदन, उत्पादन पर काम शुरू
वैभव ने ‘मेक इन इंडिया मेड फॉर वल्र्डÓ की सोच से दोनों डिवाइस का उत्पादन शुरू कर दिया है। इस स्टार्टअप को वॉकल फोर लोकल बनाया जा रहा है। यही नहीं, पेटेंट इंडिया को भी आवेदन किया है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन भी प्रमोट कर रहा है।
कैसे काम करते हैं डिवाइस?
हैण्ड हेल्ड डिवाइस : डीडब्लयू-11 नाम का यह उपकरण हाथों में पकड़कर जिस वस्तु को सेनेटाइज करना है, उसकी तरफ रखा जा सकता है। इसमें 11 वॉल्ट व आठ इंच की दो ट्यूब लाइट्स लगी हैं, जो यूवी-सी रेज छोड़ती हैं। 254.7 नैनोमीटर फ्रिक्वेंसी ेकोरोना या कोई भी वायरस, किटाणु खत्म कर देती है।
यूवीसी ब्लास्टर : इसमें छह ट्यूबलाइट्स लगी हैं। कमरा बंद करके रिपोर्ट से उपकरण चालू करने के 10 से 15 मिनट में कमरा संक्रमणमुक्त हो जाएगा।
सुरक्षा उपाय क्या हैं?
डॉ. गौरव बताते हैं कि डिवाइस से आंखों और त्वचा को बचाकर रखना होता है, ताकि घातक किरणें शरीर को नुकसान नहीं पहुंचाए। सेफ्टी के लिए रिमूवेबल रिफ्लेक्टर लगे हुए हैं। वह बताते हैं कि कोरोना एक वायरस एक आरएनए है, जिसके स्ट्रक्चर को यूवीसी खत्म कर देती है। कोरोना इंसान की इम्युनिटी घटाता है, जिसके विरुद्ध यह डिवाइस उसे खत्म कर एंटी ऑक्सीडेंट के तौर पर काम करता है।
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