जहां मशीन लगी, वहां लिखा आधार मुफ्त
सायरा में जहां मशीन लगी हुई है और जहां आधार नामांकन की प्रक्रिया पूरी की जा रही थी वहीं लगे एक बोर्ड पर लगी शुल्क सूची में लिखा कि आधार नामांकन मुफ्त में किया जाता है। एक महिला ने बताया कि वह बहुत मेहनत कर परिवार का गुजारा करती है लेकिन उससे भी रुपए ले लिए गए। एक युवती ने बताया कि पैसे नहीं देंगे तो आधार नहीं बनाएंगे क्या करें? अधिकांश आदिवासी परिवार से थे जो पैसे देकर ही आधार बना रहे थे और जिनके नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी उनसे राशि ली गई।
सायरा में जहां मशीन लगी हुई है और जहां आधार नामांकन की प्रक्रिया पूरी की जा रही थी वहीं लगे एक बोर्ड पर लगी शुल्क सूची में लिखा कि आधार नामांकन मुफ्त में किया जाता है। एक महिला ने बताया कि वह बहुत मेहनत कर परिवार का गुजारा करती है लेकिन उससे भी रुपए ले लिए गए। एक युवती ने बताया कि पैसे नहीं देंगे तो आधार नहीं बनाएंगे क्या करें? अधिकांश आदिवासी परिवार से थे जो पैसे देकर ही आधार बना रहे थे और जिनके नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी उनसे राशि ली गई।
पूरी पंचायत समिति में एक मशीन
ग्रामीणों ने बताया कि सायरा पंचायत समिति मुख्यालय पर एक मात्र मशीन है जिससे पूरे पंचायत समिति क्षेत्र के लोगों के आधार बनते है। लोग दूर-दूर से आते हंै और उनका नंबर भी बहुत देरी से आता है और कईयों को तो वापस लौटना पड़ता है।
ग्रामीणों ने बताया कि सायरा पंचायत समिति मुख्यालय पर एक मात्र मशीन है जिससे पूरे पंचायत समिति क्षेत्र के लोगों के आधार बनते है। लोग दूर-दूर से आते हंै और उनका नंबर भी बहुत देरी से आता है और कईयों को तो वापस लौटना पड़ता है।
ऑपरेटर बोला अब ध्यान रखूंगा
पत्रिका ने टीम ने वहां आधार बना रहे ऑपरेटर से पूछा कि वह मनमर्जी की राशि कैसे ले रहा है तो वह बोला कि कोई राशि नहीं ले रहा, फ्री में ही बना रहा है, जब लोग बोले कि राशि तो दी है तब वह बोला कि आगे ध्यान रखूंगा, पैसे नहीं लूंगा। जिस मशीन से आधार बन रहे थे उसकी ऑपरेटर आईडी एनओ०१६३०५ (प्रदीप पालीवाल) बताई गई।
पत्रिका ने टीम ने वहां आधार बना रहे ऑपरेटर से पूछा कि वह मनमर्जी की राशि कैसे ले रहा है तो वह बोला कि कोई राशि नहीं ले रहा, फ्री में ही बना रहा है, जब लोग बोले कि राशि तो दी है तब वह बोला कि आगे ध्यान रखूंगा, पैसे नहीं लूंगा। जिस मशीन से आधार बन रहे थे उसकी ऑपरेटर आईडी एनओ०१६३०५ (प्रदीप पालीवाल) बताई गई।
फॉर्म की औपचारिकताएं दुकान पर
वहां खेल इस कदर चल रहा था कि आधार नामांकन के लिए वहां पंचायत समिति से 500 कदम पहले ई-मित्र संचालक की दुकान पर प्रक्रिया पूरी की जाती है, वहां से लोगों को पंचायत समिति भेजा जाता है। लोगों ने बताया कि कभी पैसे वहां ले लिए जाते हैं तो कभी पंचायत समिति में हाथों हाथ ही। आधार कार्ड मशीन सरकार ने पंचायत समिति परिसर में विकास अधिकारी के नाम से सत्यापित की है, जिसके तहत उस मशीन का गलत उपयोग या वहां पर अनियिमिताएं होती है तो समिति प्रशासन की जिम्मेदारी होती है लेकिन यहां समिति परिसर में ही गड़बडी का यह खेल चल रहा है।
वहां खेल इस कदर चल रहा था कि आधार नामांकन के लिए वहां पंचायत समिति से 500 कदम पहले ई-मित्र संचालक की दुकान पर प्रक्रिया पूरी की जाती है, वहां से लोगों को पंचायत समिति भेजा जाता है। लोगों ने बताया कि कभी पैसे वहां ले लिए जाते हैं तो कभी पंचायत समिति में हाथों हाथ ही। आधार कार्ड मशीन सरकार ने पंचायत समिति परिसर में विकास अधिकारी के नाम से सत्यापित की है, जिसके तहत उस मशीन का गलत उपयोग या वहां पर अनियिमिताएं होती है तो समिति प्रशासन की जिम्मेदारी होती है लेकिन यहां समिति परिसर में ही गड़बडी का यह खेल चल रहा है।
कार्र्रवाई करेंगे
अगर ऐसा है तो कार्रवाई करेंगे। हमारे पास अभी तक ऐसी कोई शिकायत नहीं आई। संबंधित प्रभारी व इसमें कार्यरत कार्मिकों को भी नोटिस दिया जाएगा। इस तरह की गड़बड़ी अब यहां नहीं हो, इसकी पुख्ता व्यवस्था करेंगे।
– शक्ति सिंह शेखावत, विकास अधिकारी सायरा (अति. कार्यभार)
अगर ऐसा है तो कार्रवाई करेंगे। हमारे पास अभी तक ऐसी कोई शिकायत नहीं आई। संबंधित प्रभारी व इसमें कार्यरत कार्मिकों को भी नोटिस दिया जाएगा। इस तरह की गड़बड़ी अब यहां नहीं हो, इसकी पुख्ता व्यवस्था करेंगे।
– शक्ति सिंह शेखावत, विकास अधिकारी सायरा (अति. कार्यभार)