आरोपितों ने पूछताछ में कबूला कि दीवानशाह, माछला मगरा निवासी फिरोज (27) पुत्र रियाज मोहम्मद से उनकी दोस्ती स्मैक पीने के शौक के चलते हुई थी। शौक पूरा करने के लिए मृतक फिरोज एवं आरोपित डूंगरपुर में किराए के कमरे में पहुंचे, जहां आसिफ ने पाउडर खरीदने के लिए फिरोज से रुपए की मांग की। रुपए नहीं मिलने के विवाद पर फिरोज एवं आसिफ में झगड़ा हो गया।
READ MORE: VIDEO: उदयपुर में कांग्रेस का बेलगाड़ी प्रदर्शन, जनविरोधी नीति और बढ़ती महंगाई के विरोध में गूंजे नारे, देखें वीडियो इस पर दोनों आरोपितों ने फिरोज का गला दबा दिया। सुबह उठने पर फिरोज के मरने की पुष्टि होने पर आरोपितों ने लाश को ठिकाने लगाने की योजना बनाई। आरोपित निजी बाइक से लाश को लेकर खेरवाड़ा पहुंचे, जहां अनियंत्रित शव के आरोपितों ने सडक़ किनारे खाण्डी ओबरी में फेंक दिया।
हत्या की आशंका जताई गौरतलब है कि खाण्डी ओबरी से पुलिस ने 13 अप्रेल को युवक का शव बरामद किया था। खेरवाड़ा थानाधिकारी राजेंद्रसिंह की उपस्थिति में हुई कार्रवाई के बाद पुलिस ने पहचान के अभाव में शव का अंतिम संस्कार कर दिया। इस बीच दीवानशाह कॉलोनी निवासी खैरून पत्नी रियाज मोहम्मद ने कपड़ों और हाथ में गुदे हुए शब्दों के आधार पर मृतक की पहचान फिरोज के रूप में की। उसने ही पुलिस को बताया था कि अंतिम बार फिरोज को आरोपितों के साथ किशनपोल क्षेत्र में देखा गया था।
इसके बाद पीडि़ता की रिपोर्ट पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया। जिला पुलिस अधीक्षक राजेंद्र प्रसाद गोयल के निर्देष पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण)नारायणसिंह, ऋषभदेव वृत्ताधिकारी लाभूराम चौधरी, थानाधिकारी सिंह, स्पेशन टीम प्रभारी गोवद्र्धनसिंह भाटी, सहायक उपनिरीक्षक शंकरलाल,कांस्टेबल प्रहलाद, गणेशसिंह, योगेश, महेंद्रसिंह, महावीरसिंह, मोहनपालसिंह की गठित टीम ने आरोपितों को दबोच कर सच कबूलवाया।