यहां करीब 350 से अधिक लड़कियां रहती हैं। जो छात्रावास में मिलने वाली सामग्री को लेकर ना खुश हैं, लड़कियों ने प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए मीडिया को बताया की उन्हें जो खाद्य सामग्री मुहैया हो रही है वह घटिया किस्म की होती है। नाश्ते में खाने के लिए जो चने मिलते हैं उनमे कीड़े पाए जाते हैं। पौष्टिता के लिए जो दलीया दिया जाता है उसमें कीड़े होते हैं। इसके अलावा प्रातः जो दूध दिया जाता है उसमें काफी मात्रा में पानी होता है।
छात्राओं का आरोप है कि बांटने के लिए जो बिस्किट मंगवाए गए उन्हें छात्रावास अधीक्षका ने बिना देखे ही 9 जनवरी को छात्राओ को बंटवा दिए। जो अवधि पार थे। छात्राओं ने देखा तो उस पर 2017 अंकित था। यह बिस्किट कई छात्राओं ने खा भी लिए थे। हालंकि इसकी जांच के लिए टीम भी गठित की गयी है। लेकिन अब तक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई।
छात्राओं का आरोप है कि अगर कोई भी छात्रा प्रबंध के खिलाफ जाती है, तो प्रबंधन द्वारा उन्हें परीक्षा में फ़ैल करने की चेतवानी दी जाती है। साथ ही छात्राओ को मासिक धर्म में दिए जाने वाले पेड भी उपलब्ध नहीं हो पाते जिससे उन्हें परेशान होना पड़ता है। ,
इनका कहना है.. इस मामले में प्रबंधक का कहना है कि इन शिकायतों को लेकर उन्होंने कमेटी का गठन किया है और मामले में जांच की जा रही है।