उदयपुर के अमन ने बनाया इंडोर जीपीएस, एशिया के टॉप टेन स्टार्टअप में शुमार, तीन साथियों के साथ मिलकर ली उपलब्धि
उदयपुर . उदयपुर के अमन बापना ने तीन साथियों के साथ मिलकर दो वर्ष की कड़ी मेहनत के बाद इंडोर जीपीएस बनाने का सपना साकार कर दिखाया।

उदयपुर . उदयपुर के अमन बापना ने तीन साथियों के साथ मिलकर दो वर्ष की कड़ी मेहनत के बाद इंडोर जीपीएस बनाने का सपना साकार कर दिखाया। इन्होंने जीपीएस के लिए बहुपयोगी सॉफ्टवेयर व हार्डवेयर का विकास किया है। चारों युवाओं ने दिसम्बर 2015 में अन्तरराष्ट्रीय कंपनी जीडब्ल्यूसी का बेहतर पैकेज ठुकरा कर अपने देश में रहकर कुछ करने की ठानी थी। आईआईटी मुम्बई व कानपुर में पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने यह तय कर लिया था।
कि काम ऐसा करेंगे जो खास हो। इंडोर में काम नहीं करता गुगल जीपीएसगुगल का जीपीएस केवल खुले में ही काम करता है, जबकि इनकी टेक्नोलॉजी जिसे इन लॉकेट नाम दिया है, बड़े-बड़े औद्योगिक परिसर, हवाई अड्डों, कार्यालयों, छोटे-बड़े वाहनों में काम आएगा। इससे कार्मिकों को किसी भी समय आसानी से ट्रेक किया जा सकता है। अमरीका को छोडकऱ यह अपनी तरह का पहला प्रयास है। इनकी कंपनी क्लीन स्लेट टेक्नोलॉजीज बेंगलूरु में है। इन लोकेट का उपयोग कुछ औद्योगिक इकाइयों ने शुरू कर दिया है।
एशिया के टॉप टेन स्टार्टअप में शुमार
वर्ष 2017 में इसे आईबीएम की ओर से एशिया के टॉप टेन स्टार्टअप में चुना गया। इसके प्रजेन्टेशन का सीधा प्रसारण भी सीएनबीसी न्यूज चैनल ने किया था। इस प्रयास को अन्तरराष्ट्रीय कंपनी बाउच ने भी अपने कार्यक्रम में शामिल किया। इस प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन के लिए किसी भी हार्डवेयर की जरूरत नहीं होती। यह मोबाइल की सहायता से काम करता है। अमन के पिता चन्द्रेश बापना ने बताया कि इसकी ट्रेकिंग रिपोर्ट रियल टाइम होती है।
अब पाइए अपने शहर ( Udaipur News in Hindi) सबसे पहले पत्रिका वेबसाइट पर | Hindi News अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें Patrika Hindi News App, Hindi Samachar की ताज़ा खबरें हिदी में अपडेट पाने के लिए लाइक करें Patrika फेसबुक पेज