जगह-जगह छत टपक कर गिर रहा प्लास्टर
आंगनवाड़ी केन्द्र की छत पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। जगह-जगह छत टपक कर पानी गिर रहा हैं। जिससे बरसात के दिनों में अन्दर बैठना भी मुश्किल हैं। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहयोगनी ने बताया कि बरसात के दिनों में पानी टपकने एवं छत गिरने के डर से गभर्वती महिलाओंं के टीकारण एवं छोटे बच्चों के लगने वाले टीके भी खुले में लगाये जा रहे हैं।
आंगनवाड़ी केन्द्र की छत पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। जगह-जगह छत टपक कर पानी गिर रहा हैं। जिससे बरसात के दिनों में अन्दर बैठना भी मुश्किल हैं। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहयोगनी ने बताया कि बरसात के दिनों में पानी टपकने एवं छत गिरने के डर से गभर्वती महिलाओंं के टीकारण एवं छोटे बच्चों के लगने वाले टीके भी खुले में लगाये जा रहे हैं।
हमारे द्वारा क्षेत्र की सभी जर्जर आंगनवाड़ी केन्द्रों के मरमम्त की सूचना बना कर भेज रखी हैं। बजट आने पर ही मरम्मत हो पाएगी। हमारे हाथ में तो बजट हैं नहीं।
जुबेर चिश्ती, परियोजना अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग, पस झाड़ोल
जुबेर चिश्ती, परियोजना अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग, पस झाड़ोल