scriptजोखिम में पल रहे आंगनवाड़ी के बच्चे | Anganwadi's children studing in risk | Patrika News

जोखिम में पल रहे आंगनवाड़ी के बच्चे

locationउदयपुरPublished: Feb 05, 2019 02:43:56 am

Submitted by:

Manish Kumar Joshi

सात वर्ष बाद भी स्वास्थ्य केंद्रों को नहीं मिले भवन

anganwadi-s-children-studing-in-risk

जोखिम में पल रहे आंगनवाड़ी के बच्चे

कमलाशंकर श्रीमाली. कानोड़ . ग्राम पंचायत पीथलपुरा के बड़ा राजपुरा और ग्राम पंचायत सारंगपुरा के आंगनवाड़ी भवन में संचालित उपस्वास्थ केन्द्र स्वीकृत हुए सात साल हो चुके हैं, लेकिन अभी तक इन स्वास्थ्य केंद्रों को भवन नहीं मिल पाया है। ऐसे में उपस्वास्थ्य केंद्र आंगनबाड़ी भवनों में संचालित हो रहे है। जहां एक ओर स्वास्थ्य केंद्रों में कई तरह की दवाएं रखी जाती है, वहीं आसपास आंगनबाड़ी के मासूम बच्चे भी खेलते रहते हैं। लिहाजा जोखिम बना रहता है। ऐसे में कर्मचारी पल-पल चौकन्ने रहते हैं।

बड़ा राजपुरा में एएनएम रेखा सोनी ने दवाओं को एक बक्से में रख है, लेकिन सारंगपुरा में दवाएं आंगनवाड़ी केन्द्र में खुले में पड़ी है। दवाओं का कचरा खुले डिब्बे में डाला जाता है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता प्रभा कुंवर ने बताया कि दिन भर बच्चों के साथ रहकर ध्यान रखना पड़ता है। उपस्वास्थ्य केंद्र का भवन अलग से होना जरूरी है। कई बार रोगी सब सेंटर से दवा लेकर आंगनबाड़ी केन्द्र के इर्द-गिर्द डाल जाते हैं, जिसका भी ध्यान रखना पड़ता है। आंगनबाड़ी और स्वास्थ्य केंद्र एक भवन में होने से आंगनबाड़ी की व्यवस्था बाधित हो रही है। ग्रामीणों ने कई बार भवन की मांग की, लेकिन समाधान नहीं हुआ। सात साल पहले तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने उप स्वास्थ्य केंद्र स्वीकृत किए। तब से ही उपस्वास्थ केन्द्र आंगबाड़ी में ही संचालित है।
…..

उपस्वास्थ केन्द्र के अलग भवन के लिए कई बार विभाग अधिकारियों को पत्र लिखा। जरूरत भी दिखाई गई, लेकिन भवन नहीं मिला। दोनों केन्द्र एक साथ संचालित होने से परेशानी है। केन्द्र में पड़ी दवाओं से हादसा होने की आशंका रहती है।
नरेन्द्र पाटीदार, ग्रामीण, बड़ा राजपुरा
…….
उपस्वास्थ केन्द्र भवन के लिए कई बार पत्र लिखे। आंगनबाड़ी में केन्द्र चलने की परेशानियों से भी अवगत करवाया, लेकिन भवन नहीं बना। परेशानी बनी हुई है। जल्द केन्द्र के भवन का निर्माण किया जाए, जिससे रोगियों का उपचार सुगम हो और आंगनबाड़ी के बच्चों को भी सुविधा मिले।
स्नेहलता मेघवाल, सरपंच, पीथलपुरा
……

स्वास्थ्य केंद्र भवन के लिए प्रस्ताव बनाकर सीएमएचओ कार्यालय भेज चुके हैं। दूसरी बार भेजकर जल्द भवन की मांग की जाएगी। भवन की स्वीकृति सरकार की ओर से सीएमएचओ कार्यालय से होते ही भवन निर्माण करवा दिया जाएगा।
महेन्द्र लौहार, बीसीएमओ, भीण्डर
……
आगंनबाड़ी में उपस्वास्थ केन्द्र से परेशानी रहती है। दो केन्द्र ऐसे हैं, जो आंगनबाड़ी में संचालित हो रहे हैं। चिकित्सा विभाग को भवन की व्यवस्था के लिए लिखा जाएगा। पूर्व में भी लिख चुके हैं, लेकिन भवन की व्यवस्था नहीं हो पाने से आंगनबाड़ी में ही उपस्वास्थ्य केंद्र संचालित हो रहे हैं।
नसरीन काजी, सुपरवाईजर, आईसीडीएस
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो