जैन ने बताया कि वह किराणा का व्यवसाय के अलावा बिलों को जमा करने का काम करता है। प्रतिदिन बिलों की आने वाली राशि को वह एसबीआई SBI ई-मित्र काउंटर E-Mitra से राशि जमा करवाता है। रविवार शाम 4 बजे भी उसने देहलीगेट स्थित एसबीआई एटीएम के ई-मित्र के केश काउंटर से 1 लाख 68 हजार 160 रुपए जमा करवाए थे। सोमवार सुबह 10 बजे पुत्र राहुल बिल जमा करवाने गया तो बेलेंस आठ हजार रुपए ही मिला। पिता को कॉल किया, बेलेंस सुनकर होश उड़ गए।
एसीबीआई की सूरजपोल स्थित शाखा प्रबंधक को बताया। उसने दूसरे एटीएम से राशि निकलने की जानकारी दी जबकि वह एटीएम भी उसके पास था। प्रबंधक को वह एटीएम दिया तो मैनेजर ने तीसरे नम्बर के एटीएम कार्ड से पैसे निकालने की जानकारी दी जो एटीएम व्यापारी के पास मौजूद ही नहीं था।
एसीबीआई की सूरजपोल स्थित शाखा प्रबंधक को बताया। उसने दूसरे एटीएम से राशि निकलने की जानकारी दी जबकि वह एटीएम भी उसके पास था। प्रबंधक को वह एटीएम दिया तो मैनेजर ने तीसरे नम्बर के एटीएम कार्ड से पैसे निकालने की जानकारी दी जो एटीएम व्यापारी के पास मौजूद ही नहीं था।