पुलिसकर्मियों पर हमला करने वाले राधेश्याम तेली ने कलक्ट्रेट परिसर में अफरातफरी ही मचा दी। एक राजनीतिक दल के कार्यकर्ता धरना-प्रदर्शन खत्म होने के बाद लौट रहे थे कि आरोपित भीड़ के बीच से पुलिसकर्मियों की ओर दौड़ पड़ा था। रिपोर्ट में एसआई माधवलाल ने बताया कि कलक्ट्रेट पर धरना-प्रदर्शन था। इसे देखते हुए पुलिस कंट्रोल रूम से एमबीसी का अतिरिक्त जाप्ता बुलाया था। कानून व्यवस्था के लिए डीएसपी भगवतसिंह हिंगड़, सीआई चांदमल सिंगारिया व थाने के जवान भी खड़े थे। धरने व ज्ञापन देने के बाद जैसे ही कार्यकर्ताओं का विसर्जन हो रहा था, भीड़ में से राधेश्याम पुलिसकर्मियों व लोगों पर मिर्च पाउडर व पेट्रोल फेंकने लगा। माधवलाल, हेडकांस्टेबल देवकिशन व कांस्टेबल देवेन्द्र ने पकडऩे की कोशिश की, तो वह इधर-उधर भागते हुए चाकू लहराने लगा। इसी बीच उसने आग लगा दी। इससे माधवलाल की वर्दी में शर्ट जल गया और चाकू का वार देवकिशन को लगा। एमबीसी के जवान विजयनाथ, राजेन्द्रसिंह, राधेश्याम व अशोक कुमार की आंखों में मिर्च पाउडर गिरा। शेष जाप्ते ने घेराबंदी कर आरोपित को दबोच लिया। हमले में आरोपी को भी मामूली चोट आई। उसका भी मेडिकल करवाया गया।
राधेश्याम का सेलिब्रेशन मॉल के सामने ही राधे-राधे नाम से रेस्टोरेंट है। पहाड़ा निवासी शहजाद पुत्र अब्दुल गफ्फार से उसकी लेनदेन थी। चार माह पहले उसने शहजाद को रेस्टोरेंट बुलाया था। आरोपित ने उस पर गर्म सब्जी उड़ेल दी थी, फिर पेट्रोल की बोतल लेकर पीछे भागा था। घटना के बाद राधेश्याम फरार हो गया। शहजाद ने इस संबंध में सुखेर थाने में मामला दर्ज करवाया था। गत २१ नवम्बर को आरोपित के रेस्टोरेंट पर होने की जानकारी पर सुखेर थाने के कांस्टेबल राकेश व राजेश पूछताछ करने पहुंचे तो उसने दोनों पर गर्म दाल उड़ेल दी थी। दोनों कांस्टेबल झुलस गए थे। लोगों की सूचना पर थाने से पहुंचे जाप्ते ने उसे पकड़ा। तब हंगामे पर पुलिस ने आरोपित की पत्नी को भी गिरफ्तार किया था। इस मामले में राधेश्याम को जेल हुई थी।