ये बात कलक्टर ताराचंद मीणा ने रविवार को कही। वे रानी रोड स्थित राजीव गांधी गार्डन में विश्व बालश्रम निषेध दिवस पर अभियान की शुरुआत के मौके पर बोल रहे थे। बालश्रम मुक्त उदयपुर अभियान जिला प्रशासन और गायत्री सेवा संस्थान की ओर से आयोजित हो रहा है। अध्यक्षता करते राज्य बाल आयोग सदस्य डॉ. शैलेंद्र पण्ड्या ने कहा कि अभियान में सभी बालश्रम मुक्त शहर बनाने के प्रयास करेंगे। शहर में 5 दल सक्रिय रहेंगे। विशिष्ठ अतिथि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव कुलदीप शर्मा, संभागीय श्रम आयुक्त पीपी शर्मा, सहायक निदेशक बाल अधिकारिता मीना शर्मा, सेव द गर्ल चाइल्ड की ब्रांड एम्बेसडर दिव्यानी कटारा, बाल कल्याण समिति और बाल सुरक्षा नेटवर्क संयोजक मौजूद थे। संचालन गायत्री सेवा संस्थान के नितिन पालीवाल ने किया।
बच्चों ने देखा नवलखा महल राष्ट्रीय घरेलू कामकाजी महिला श्रमिक संगठन की ओर से कच्ची बस्ती में संचालित चाइल्ड क्लब के बच्चों को नवलखा महल का भ्रमण कराया गया। एनिमेटर लाली सालवी ने बताया कि आवरी माता बस्ती, सवीना मठ, विजय सिंह पथिक नगर, अखाड़ा बस्ती, कृष्णा कॉलोनी, लाल मगरी के बच्चों की भागीदारी रही। अशोक आर्य, विनोद राठौड़, संगठन प्रदेश समन्वय सिस्टर कीर्ति, नारायण मित्तल, इंद्र प्रकाश आदि मौजूद थे। इधर, अलर्ट संस्थान की ओर से गोगुंदा में बच्चों को बालश्रम के दुष्परिणामों की जानकारी दी गई। संस्थापक एवं बाल सुरक्षा नेटवर्क संयोजक बीके गुप्ता ने शपथ दिलाई। चाइल्ड हेल्पलाइन नम्बर 1098 के बारे में बताया। वॉलिंटियर अंशिका एवं अभिनव आमेटा ने अनुभव साझा किए।