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नन्हा टॉम बना सबका बॉस, पुलिस का ऐसा रूप देख आप भी हो जाएंगे हैरान

locationउदयपुरPublished: Jul 26, 2019 02:29:45 pm

Submitted by:

madhulika singh

पुलिस को उसके कठोर दिल, सख्त रवैये वाला और मन में खौफ पैदा करने के लिए जाना जाता है, लेकिन पुलिसकर्मियों ने बेजुबां जानवर के प्रति प्रेम और दया की जो अद्भुत मिसाल पेश की है, जिसे देखकर आप भी अपनी राय बदलने को मजबूर हो जाएंगे।

Baby Cat Tom

नन्हा टॉम बना सबका बॉस, पुलिस का ऐसा रूप देख आप भी हो जाएगें हैरान

मधुलिकासिंह/प्रमोद सोनी/उदयपुर. इस थाने में टॉम सबका बॉस है, इन दिनों उसका राज चल रहा है। उसके खाने-पीने का ध्यान रखा जाता है तो उसके आने-जाने का भी। वह कभी इस टेबल पर बैठता है तो कभी उस कुर्सी पर। थाने का स्टाफ भी उसके सामने हाजिरी देता है। यह टॉम कोई और नहीं, बल्कि एक बिल्ली का बच्चा है जिसे पुलिस थाने में इतना दुलार मिल रहा है कि वह कहां नहीं जाना चाहता है। अक्सर पुलिस को उसके कठोर दिल, सख्त रवैये वाला और मन में खौफ पैदा करने के लिए जाना जाता है, लेकिन पुलिसकर्मियों ने बेजुबां जानवर के प्रति प्रेम और दया की जो अद्भुत मिसाल पेश की है, जिसे देखकर आप भी अपनी राय बदलने को मजबूर हो जाएंगे।
खाने-पीने का रखते हैं विशेष ख्याल
नन्हे टॉम की वजह से थाना परिसर का माहौल बदल गया है। अपराधियों के लिए बनी बैरक हो या फिर थानाधिकारी की टेबल…टॉम सभी जगह बेहिचक होकर घूमता-फिरता है। थाने का स्टाफ भी खाली समय में टॉम के साथ अठखेलियां कर उसकी मां की कमी को दूर करने का प्रयास करता है। सभी पुलिसकर्मी टॉम के खाने-पीने का विशेष ख्याल रखते हैं। इन सभी का बिल्ली के इस नन्हे बच्चे से इतना लगाव हो गया है कि जब वह कुछ देर के लिए आंखों से ओझल हो जाता है तो पूरा थाना उसे ढूंढने में लग जाता है। थाने में भी लोग लड़ते-झगड़ते आते हैं और जब नन्हे टॉम के साथ पुलिसकर्मियों को खेलते देखते हैं तो एक जानवर के प्रति पुलिसकर्मियों के इस प्रेम देख कर हर कोई द्वेषता भूल जाता है।
श्वानों से बचाया पुलिसकर्मी ने
दरअसल, हिरणमगरी थाने में टॉम नाम का बिल्ली का एक बच्चा है। टॉम की कहानी दर्दभरी है। टॉम जब महज पांच दिन का था, तभी उसकी मां इस दुनिया से चल बसी। नन्हा टॉम कुछ श्वानों का शिकार बनने वाला ही था, तभी थाने में तैनात कांस्टेबल राकेश विश्नोई की नजर इस पर पड़ गई। विश्नोई ने पुलिस लाइन परिसर में टॉम को श्वानों से बचाते हुए अपने घर में रखा। जब टॉम 10 दिन का हो गया, तब राकेश उसे हिरणमगरी थाने में ले आया। उसके बाद से ही टॉम हिरणमगरी थाने के सभी पुलिसकर्मियों का चहेता बन गया है। थाना अधिकारी हनुवंतसिंह राजपुरोहित ने बिल्ली के इस बच्चे का नामकरण टॉम किया है। थानाधिकारी खुद हों या थाने में कार्यरत अन्य स्टाफ सभी थाने में घुसते ही एक माह के मासूम टॉम की खबर सबसे पहले लेते हैं।
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