मेहमान परिंदों से चहकने लगा बड़वाई तालाब
pदिन भर जारी अठखेलियां बड़वाई तालाब को बनाया अपना आशियाना

कानोड़.(उदयपुर). मेहमान परिंदों की कलरव से मेवाड़ के जलाशय आबाद होने लगे हैं। क्षेत्र के प्रमुख पक्षी विहार बड़वाई में कई प्रजातियों के पक्षियों का आना शुरू हो चुका है। इस बार अक्टूबर माह की समाप्ति के साथ ही क्षेत्र में सर्दी ने भी दस्तक दी है। इस मौसम के आगमन के साथ ही साथ ही सात समंदर पार के मेहमान परिंदे मेवाड़ की आबोहवा में अठखेलिया करने पहुंच रहे हैं। बड़वाई पक्षी विहार तालाब में अक्टूबर महीने के पहले सप्ताह के साथ ही कुछ परिंदे जलाशय पर देखे गए वहीं महीने के अंतिम सप्ताह तक प्रवासी पक्षियों की अच्छी बढ़ोतरी हुई है। ये प्रवासी परिंदे मेवाड़ के इन सुरक्षित जलाशयों व तालाब को अपना आशियाना बनाते हैं और फ रवरी-मार्च तक यहां रुकते है। इसके बाद ग्रीष्म ऋतु के आगमन के साथ वापस अपने स्थान पर चले जाते हैं। किशन करेरी तालाब सारस पक्षी के प्रजनन के लिए सुरक्षित स्थल बना हुआ है। यहां सारस पक्षी पूरे वर्ष जलाशयम मे पानी रहते देखा जा सकता है क्यों कि यहां पक्षियों के आवास, भोजन व सुरक्षा की दृष्टि से यह तालाब अनुकूल है। तालाब पर ग्रेट कस्टर्ड ग्रीब के जोड़े के साथ सारस पक्षियो की बुलंद आवाज व जलक्रीडा लोगो को आकर्षित कर रही है। यहां बर्ड वॉचिंग का समय छह 6 से 9 बजे का रहता है और शाम को 4 से 6 सनसेट का व्यू देखते ही बनता है।
अब पाइए अपने शहर ( Udaipur News in Hindi) सबसे पहले पत्रिका वेबसाइट पर | Hindi News अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें Patrika Hindi News App, Hindi Samachar की ताज़ा खबरें हिदी में अपडेट पाने के लिए लाइक करें Patrika फेसबुक पेज