प्रो. भाणावत, समता और नीलम को सर्वश्रेष्ठ शोधपत्र पुरस्कार
उदयपुरPublished: Jan 08, 2019 02:09:18 am
अखिल भारतीय लेखा परिषद अधिवेशन एवं अंतरराष्ट्रीय सेमिनार
प्रो. भाणावत, समता और नीलम को सर्वश्रेष्ठ शोधपत्र पुरस्कार
उदयपुर. भारतीय लेखांकन परिषद एवं मणिपाल विश्वविद्यालय जयपुर के संयुक्त तत्वावधान में गत दिनों सम्पन्न 41वें अखिल भारतीय लेखा परिषद अधिवेशन एवं अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय के लेखांकन एवं व्यावसायिक सांख्यिकी विभाग के प्रो. शूरवीर एस. भाणावत तथा दो शोधार्थियों समता ओरडिय़ा तथा नीलम यादव को अलग-अलग तकनीकी सत्रों में संयुक्त रूप से सर्वश्रेष्ठ शोधपत्र के पुरस्कार प्राप्त हुए हैं।
समता ओरडिय़ा को लेखांकन अनुसंधान तकनीकी सत्र में संयुक्त अनुसंधान पत्र ‘लेखांकन अनुसंधान में आर्टिफिशियल न्यूरल नेटवर्क का अनुप्रयोग’ पर सर्वश्रेष्ठ शोधपत्र का पुरस्कार प्राप्त हुआ। इस शोधपत्र में उन्होंने आर्टिफिशियल न्यूरल नेटवर्क की अवधारणा को समझाया व भारतीय बैंकों के वित्तीय स्वास्थ्य को मापने के लिए मॉडल का निर्माण किया। नीलम यादव ने कंप्यूटराइज लेखांकन का अंकेक्षण तकनीकी सत्र में संयुक्त अनुसंधान पत्र ‘कंप्यूटर असिस्टेड अंकेक्षण उपकरण व तकनीकों के क्षेत्र का अनावरण’ पर सर्वश्रेष्ठ शोधपत्र का पुरस्कार प्राप्त किया। इस शोधपत्र में उन्होंने कंप्यूटर आधारित अंकेक्षण के उपकरणों के उपयोग के विभिन्न क्षेत्र तथा कंप्यूटर आधारित अंकेक्षण को अपनाने पर प्रभावित करने वाले कारकों का अध्ययन किया।
विभागाध्यक्ष प्रो. जी. सोरल ने बताया कि भारतीय लेखांकन परिषद अधिवेशन के इतिहास में पहली बार सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय के लेखांकन एवं सांख्यिकी विभाग को दो सर्वश्रेष्ठ शोधपत्र पुरस्कार एक ही सेमिनार में प्राप्त हुए हैं। प्रो. शूरवीर एस. भाणावत को इससे पहले चार बार 2006 (नई दिल्ली), 2013 (राजकोट), 2014 (लखनऊ) तथा 2015 (चंडीगढ़) में सर्वश्रेष्ठ शोध पुरस्कार से नवाजा गया है। साथ ही प्रो. भाणावत को राष्ट्रीय कार्यकारिणी परिषद में मनोनीत भी किया गया है। सेमिनार में विभाग से डॉ. शिल्पा चोरडिय़ा, डॉ. शिल्पा लोढ़ा, डॉ. आशा शर्मा एवं शोधार्थियों ने पत्र वाचन किए।