– हजयात्री अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की वेबसाइट www.haj.nic.in/pto, www.haj.gov.in, www.minorityaffairs.gov.in पर उपलब्ध ट्यूर एजेन्सी की जांच करें। – संबंधित एजेंसी का प्रमाण पत्र व उसका नाम वेबसाइट में पंजीकृत नहीं हो, तो बुकिंग नहीं करवाएं।
– निजी ट्यूर एजेन्सियां हजयात्रियों का स्वयं प्रशिक्षण व टीकाकरण करवाएगी।
— हजयात्रियों से रुकेगी ठगी केन्द्रीय हज कमेटी की ओर से निजी ट्यूर एजेन्सियों को ऑनलाइन करने से अब हजयात्रियों से ठगी रुकेगी। पूर्व में निजी ट्यूर ऑपरेटर्स का कोटा निर्धारित नहीं होने के बावजूद कई ऑपरेटर अपना काम सबलेट कर देते थे जिससे निचले स्तर पर बैठे संबंधित ऑपरेटर कोटा नहीं होने के बावजूद बुकिंग कर देते थे। अंतिम समय में कोटा नहीं मिलने पर इन यात्रियों को छोड़ ऑपरेटर भाग जाते थे। ऐसा कई बार होने से कमेटी ने इस बार समस्त निजी एजेन्सियों को ऑनलाइन करते हुए उनका कोटा भी सार्वजनिक किया है। कोई भी व्यक्ति एक क्लिक में किसी भी एजेन्सी को पता लगा सकता है।
ये सुविधा, इतना कोटा – देश में कुल निजी ट्यूर एजेन्सियां- करीब 700
– निजी ट्यूर कंपनियों को हज का कोटा निर्धारित- 60 हजार – सरकारी के अधिकृत यात्री ले जाएंगे-10 हजार
– इस बार देशभर से हज यात्रा पर जाएंगे यात्री- करीब 2 लाख
– राजस्थान से हजयात्रा पर जाने वाले यात्रियों की संख्या- 6588 – पहली फ्लाइट-20 जुलाई, अंतिम फ्लाइट 1 अगस्त
— केन्द्रीय हज कमेटी के आदेश पर उन्हें जो कोटा मिला है, उनमें से कुछ सरकारी कोटे के हजयात्रियों को उन्हें ले जाना होगा। इस संबंध में आदेश मिलने के बाद हमने बुङ्क्षकग भी कर दी।
दो वर्ष पूर्व केन्द्र सरकार से मांग की थी कि सभी कंपनियों की जानकारी ऑनलाइन की जाए ताकि ऑनलाइन देखकर अधिकृत कंपनियों को हज यात्री अपनी बुङ्क्षकग करवा सके। अब सभी कंपनियों के ऑनलाइन होने से इस निर्णय से हजयात्रियों को काफी फायदा होगा व ठगी से बच पाएंगे।
— सरकार के इस निर्णय से ठगी करने वाली निजी ट्यूर कंपनियां पर लगाम लगेगी और निर्धारित कोटा होने से निजी कंपनियां भी हर किसी को नहीं ले जा पाएंगी।