बजट को लेकर कांग्रेस के कुछ नेताओं में भी मायूसी है। उदयपुर की देवास सहित अन्य बड़ी योजनाओं के लिए बजट प्रावधान नहीं करने पर उन्होंने जवाब देने के बजाय बजट का स्वागत ही किया। अनौपचारिक चर्चा में वे बोले कि नगर निगम व पंचायतीराज के चुनाव आने वाले हैं। ऐसे में उदयपुर को कुछ तो देना ही चाहिए था।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने बजट प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पार्टी को मिली हार की वजह से ही उदयपुर की अनदेखी की गई है। देवास प्रोजेक्ट को इतना आगे बढ़ाया गया लेकिन कांग्रेस ने तो दफन कर दिया। भाजपा शहर जिलाध्यक्ष रवीन्द्र श्रीमाली ने कहा कि बजट में जोधपुर पर मेहरबानी ज्यादा दिखी है। अच्छा यह होता है कि उदयपुर के पेयजल को लेकर बड़े प्रोजेक्ट में कुछ देते। चुनाव में मिली हार के कारण उदयपुर के साथ भेदभाव किया है, जो वह ठीक नहीं है। चुनाव होने के बाद राजनीति करने के बजाय समुचित विकास पर फोकस करते तो अच्छा संदेश जाता।
पूर्व विधायक त्रिलोक पूर्बिया ने बजट पर कहा कि बजट आम आदमी की भावनाओं का प्रतीक है। इसमें सबका समावेश है। उन्होंने देवास परियोजना पर कहा कि अभी तो शुरुआत है, सब कुछ मिलेगा। आयड़ का काम तो पहले ही चल रहा है। कटारिया के कांग्रेस सरकार पर आरोप पर पूर्बिया बोले कि भाजपा झुमलों की राजनीति करती आई, वसुंधरा सरकार बजट घोषणाएं पूरी नहीं कर पाई। कटारियाजी कुछ भी कह देते हैं, हार तो उनकी हुई, तभी प्रदेश में हमारी सरकार बनी है। कांग्रेस मीडिया सेंटर के अध्यक्ष पंकज कुमार शर्मा ने कहा कि कांग्रेस भाजपा की तरह भेदभाव नहीं करती है। उदयपुर के लिए बजट में सरकार ने बहुत दिया है।