इस दौरान गणपत मेनारिया के नेतृत्व में 200 से 300 कार्यकर्ता पार्टी के कार्यालय पहुंचे और देहात जिला अध्यक्ष और पूरी कार्यकारिणी के समक्ष अपनी बात को रखते हुए साफ किया कि अगर किसी भी कारणवश भींडर में जनसभा होती है तो पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ता एक साथ मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाएंगे। साथ ही जो पद पर है वह भी अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। इस बात को लेकर पार्टी कार्यालय में जोरदार बवाल हो गया और देहात जिला अध्यक्ष की ओर से लगातार समझाइश के बाद भी कार्यकर्ता मानने को तैयार नहीं हुए। वल्लभनगर विधानसभा के भाजपा कार्यकर्ता इस बात पर अडिग हैंं कि किसी भी सूरत में भींडर में यह जनसभा नहीं होनी चाहिए। अगर वल्लभनगर विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री की जनसभा होती है तो वह केवल भटेवर में होगी। इस बात को लेकर अब असमंजस की स्थिति बनी हुई है। इस पूरे घटनाक्रम में यह बात भी सामने आई है कि अगर वल्लभनगर विधानसभा के भींंडर कस्बे में जनसभा होती है तो वहां पर कार्यक्रम का संचालन भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता ही करेंगे।
READ MORE : उदयपुर जिले का दूसरा खेलगांव तैयार , 10 को मुख्यमंत्री करेंगी उदघाटन इधर देहात जिला अध्यक्ष गुणवंत सिंह झाला की मानेंं तो अगर कार्यक्रम के दौरान विधायक रणधीर सिंह भींडर मौके पर मौजूद रहते हैं तो उन्हें कोई रोक नहीं सकता । इस बात पर भी कार्यकर्ताओं ने सवाल खड़े करते हुए वहां पर सभा नहीं करने की हिदायत दे डाली। हालांकि मुख्यमंत्री का कार्यक्रम पहले ही तय हो चुका था इसलिए इस कार्यक्रम में बदलाव होना मुश्किल लग रहा है लेकिन पार्टी की ओर से निकाली जाने वाली राजस्थान गौरव यात्रा में अगर पार्टी के कार्यकर्ताओं की बात भी नहीं सुनी जाती है तो क्या आने वाले चुनाव में पार्टी के कार्यकर्ता पार्टी के लिए काम करेंगे अब देखना यह होगा कि भारतीय जनता पार्टी का देहात जिला और पार्टी के आला नेता इन कार्यकर्ताओं की बात को नकारते हैं या फिर इन कार्यकर्ताओं की मांग को ध्यान में रखकर भटेवर में सभा को रखते हैं यह तो 10 अगस्त को ही पता चल पाएगा।