यह बात बॉलीवुड अभिनेता, संगीतकार एवं एंकर अन्नू कपूर ने शुक्रवार को यहां प्रेसवार्ता में एक सवाल के जवाब में कही। उन्होंने कहा कि मुझे संगीत अपने माता-पिता से विरासत में मिला। माता उर्दू पारसी और अरेबिक की विद्वान थीं। जब कभी फिल्मी गाने बजते थे तो मैं उनसे राग आदि के बारे में पूछ लिया करता था। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि सुहाना सफर में एक-दो बार ऐसी चीजें आ गईं जो विवादित थी, लेकिन मैं हमेशा अपनी टीम को बोलता हूं कि क्रॉस चैक किया करो। हर फैक्ट ऑथेंटिक होना चाहिए। यह अफवाहों का कार्यक्रम नहीं है। सभी सितारों से जुड़ी बातें मेरी जानकारी में होती हैं लेकिन वे बातें पब्लिक में जानी हैं या नहीं, कितनी जानी हैं वह निर्णय मेरा रहता है।
अन्त्याक्षरी रहा टर्निंग पॉइंट उन्होंने कहा कि अन्त्याक्षरी पसंदीदा शो रहा है और यह टर्निंग पॉइंट भी रहा। इसके बाद सुहाना सफर भी बहुत यादगार है। इस शो में मुझे क्रिएटिव फ्रीडम दी गई। ये सिर्फ फिल्मी कहानियां नहीं हैं बल्कि मैं इस शो के जरियेकई समस्याओं और मुद्दों को उठाता हूं। इस मौके पर अन्नू कपूर ने डॉ. अरविंदर सिंह की पुस्तक ‘टेन टूल्स टू क्रिएटिव जीनियस- एक बुक ऑन ह्यूमन इंटेलिजेंस’ का विमोचन भी किया। शनिवार शाम 7 बजे कलड़वास स्थित माउंट लिट्रा जी स्कूल में सुहाना सफर विद अन्नू कपूर लाइव परफारमेंस कार्यक्रम होगा। अन्नू कपूर के इस लाइव शो में फिल्मी जगत से जुड़ी स्टार्स की जीवन की और फिल्मों की बहुत रोचक अनकही कहानियां दर्शकों से साझा करेंगे तथा अपनी टीम के अनुभव सुमन, पारूल मिश्रा, सुप्रिया जोशी के साथ प्रस्तुतियां देंगे।