पहली बार एेसा मैप आया सामने… भारत सरकार के मिनिस्ट्री ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी विभाग के सहयोग से नेशनल एटलस एंड थिमेटिक मेपिंग ऑग्र्रेनाइजेशन ने यह मैप तैयार किया। विद्यालय की संस्था प्रधान आभा शर्मा ने बताया कि प्रदेश में बीकानेर, अजमेर, जोधुपर में सरकारी विद्यालय है लेकिन पहली बार उदयपुर अंध विद्यालय में यह अवसर इन बच्चों को मिला। बच्चों से इसके बाद में सवाल भी पूछे गए जिनमें विजेताओं को पुरस्कार दिए गए। बच्चों के साथ शिक्षकों ने भी इसे पहली बार छूकर देखा।
इनका कहना…. देश के बाद अब राज्यों के ब्रेल मैप तैयार करने का विचार है जो हिंदी के साथ वह क्षैत्रिय भाषा में भी होंगे ताकि बच्चों को भौगोलिक जानकारियां मिल सके। अभी मेघालय का ही स्टेट ब्रेल मैप है। दूसरे राज्य भी रुचि दिखाए। डॉ श्वेता बेनर्जी, वैज्ञानिक अधिकारी,नेशनल एटलस एंड थिमेटिक मेपिंग ऑग्र्रेनाइजेशनमैने भी पहली बार एेसा मैप देखा है। अंध विद्यार्थियों को अब भूगोल पढऩे में आसानी रहेगी क्योंकि अब तक वह किताबी ज्ञान लेते थे प्रेक्टिकल महसूस नहीं कर पाते थे। प्रशांत शर्मा, शिक्षक प्रज्ञाचक्षु विद्यालयमैने सबसे पहले कश्मीर और राजस्थान को ब्रेल मैप पर महसूस किया, नदी पहाड़ और राज्य की सीमा महसूस की और पड़ोसी कौन किस दिशा में यह भी जाना। अमृत कुमावत , छात्र