scriptआदिवासी समाज को लेकर बीटीपी और बीजेपी आमने-सामने | BTP and BJP face to face about tribal society | Patrika News

आदिवासी समाज को लेकर बीटीपी और बीजेपी आमने-सामने

locationउदयपुरPublished: Sep 10, 2020 12:59:11 am

Submitted by:

jitendra paliwal

आदिवासी समाज, धर्म-संस्कृति विरोधी गतिविधि फैलाने का आरोप लगाते हुए बीटीपी के खिलाफ कटारिया ने डीजीपी को लिखी चिट्ठी, बीटीपी ने भाजपा पर लगाया आदिवासी समाज को आपस में लड़वाने का आरोप

आदिवासी समाज को लेकर बीटीपी और बीजेपी आमने-सामने

आदिवासी समाज को लेकर बीटीपी और बीजेपी आमने-सामने

उदयपुर. राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने पुलिस महानिदेशक भूपेंद्र यादव को एक पत्र लिखकर उदयपुर संभाग में भारत ट्राइबल पार्टी की ओर से कथित तौर पर जनजाति क्षेत्र में फैलाई जा रही धर्म-संस्कृति व समाज विरोधी गतिविधियों पर ध्यान देने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि जनजाति समाज के सुधिजनों व संत-महंतों ने भी बीटीपी पर वैधानिक कार्रवाई की मांग की है। जिला कलक्टर के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भी भेजा गया है। कटारिया ने आरोप लगाया कि बीटीपी समर्थक लगातार दक्षिणी राजस्थान की जनजाति संस्कृति को नुकसान पहुंचाकर समाज में आपसी वैमनस्य फैलाने व अन्य समाजों से भी वैमनस्यता उपजाने का प्रयास कर रहे हैं। कटारिया ने कहा कि सोशल मीडिया माध्यमों से अनर्गल संदेश प्रसारित कर सामाजिक सौहार्द बिगाडऩे का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बीटीपी समर्थकों ने क्षेत्र के विभिन्न मंदिरों से पताकाएं हटाकर अराजकता फैलाने वाले नारे लगाए। यह भी बताया कि सोनार माता मंदिर, सलूंबर में धर्म-ध्वजा को हटाकर बीटीपी का झंडा लगाया। पुजारी-भक्तों के साथ मारपीट कर अराजकता फैलाई। कटारिया ने बताया कि विरोध करने वालों को धमकियां दी जा रही हैं। इन गतिविधियों से समस्त जनजाति संत समाज आहत और उद्वेलित है, जिससे कानून व्यवस्था बिगडऩे का पूरा अंदेशा है। कटारिया ने समय रहते कार्रवाई की मांग की।
आदिवासी समाज को लड़ाना चाहती है भाजपा
उदयपुर. बीटीपी की बैठक प्रदेशाध्यक्ष डॉ. वेलाराम घोघरा की अध्यक्षता में हुई। सोनार माता मंदिर पर बीटीपी का झंडे लगाने के आरोप पर कहा कि भाजपा आदिवासियों को वोट बैंक में बदलने के लिए लड़ाना चाहती है। अनुसूचित क्षेत्र में सौहार्दपूर्ण वातावरण बिगाडऩे का कृत्य कर रही है। विधानसभा के प्रतिपक्ष नेता आदिवासी समाज की ध्वजा, नेजा लगाने के स्थान की वकालत करना बंद करें। उन्होंने भीलप्रदेश की तुलना खालिस्तान से करने की भी निंदा की। कहा कि बीटीपी प्रजातांत्रिक तरीके से संविधान के दायरे में रहकर अलग राज्य की मांग करती है, न कि अलग देश बनाने की। प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश परमार, प्रदेश प्रवक्ता प्रवीण परमार, सचिव बी.एल. छानवाल, उदयपुर प्रभारी सुख सम्पत बागड़ी, खेरवाड़ा विधानसभा अध्यक्ष विध्यासागर भगोरा, परमेश्वर डामोर, पी.आर सालवी व प्रवीण परमार मौजूद थेे।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो