आक्रोशित कर्मचारी शिक्षा विभागीय कर्मचारी समन्वय समिति के अध्यक्ष अनिल पालीवाल एवं राजस्थान राज्य कर्मचारी महासंघ (भामस) के प्रदेश उपाध्यक्ष कमलप्रकाश बाबेल के नेतृत्व में जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक द्वितीय कार्यालय पहुंचे और वहां पर नारेबाजी एवं उग्र प्रदर्शन करते हुए अधिकारी नागौरी का 2 घंटे तक घेराव किया। कर्मचारियों के विरोध को देखते हुए बजट कैंप को स्थागित करने के आदेश जारी किए गए। वहां से कर्मचारी वाहन रैली के रूप में जिला परिषद कार्यालय पहुंचे और नारेबाजी करते हुए जिला प्रमुख शांतिलाल मेघवाल को ज्ञापन दिया। प्रदर्शन में अध्यक्ष अनिल पालीवाल, गोपाल वर्मा, प्रदीप गहलोत, पुरुषोत्तम पाराशर, गगन वशिष्ठ, राजेन्द्र श्रीमाली आदि मौजूद थे।
सम्मानित किया 20 शिक्षकों को इनरव्हील क्लब की ओर से मंगलवार शाम को रानी रोड स्थित रोटरी बजाज भवन में शिक्षक सम्मान समारोह आयोजित हुआ। क्लब अध्यक्ष आशा कुणावत ने कहा कि शिक्षक समाज का आधार होता है। वर्तमान परिप्रेक्ष्य में शिक्षक व शिष्य के बीच शैक्षिक सामजंस्य बहुत आवश्यक है। मुख्य अतिथि सहायक प्रान्तपाल श्रद्धा गट्टानी, अन्य अतिथि वीना सिंघवी, डॉ.अमिता सिंघवी, कविता बडज़ात्या, गरिमा बाबेल थी। समारोह में स्नेहलता सहलोत, सत्यप्रिय आर्य, निरूपम शर्मा, रेणुका अग्रवाल, सरोज सिंह, समृद्ध जोशी, दीपिका, उषा अग्रवाल, चंदा माली, वंदना श्रीमाली, शशिकला सोडानी, रंजना श्रीमाली, जगदीश चौबीसा, हिम्मतसिंह चारन, विवेक अग्रवाल, कमलेश हिंगड़, प्रमिला सोनी, चंदा कोठारी, इलायची देवी, विजय लक्ष्मी परमार को सम्मानित किया गया।
गुरु वंदन के लिए जुटे छात्र भाविप प्रताप की ओर से स्टेनवर्ड स्कूल में मंगलवार को गुरुवंदन छात्र अभिनंदन कार्यक्रम का आयोजन हुआ। संस्था अध्यक्ष रैन प्रकाश जैन, संरक्षक एसएन माहेश्वरी, शिक्षक शाहीना शरीफ, लता लबाना ने बड़ी संख्या में मौजूद विद्यार्थियों को सम्बोधित किया। रॉकवुड इन्टरनेशनल स्कूल प्राचार्य वसुधा नीलमणि, प्राचार्य नीरु टंडन, उपप्राचार्य जयसिंह, सदस्य सुनील मारू, लता पारीक एवं अन्य मौजूद थे। संचालन निर्मला जैन ने किया।
इधर, चित्रकुट नगर स्थित रॉकवुड्स हाई स्कूल में भाविप प्रताप की ओर से आयोजन हुआ। संस्था प्रधान नीरू टंडन की उपस्थिति में शिक्षकों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। अध्यक्षता शाखा के मुख्य संरक्षक सत्यनारायण माहेश्वरी ने की। केम्ब्रिज स्कूल की प्राचार्या वसुधा नीलमणि व उपप्राचार्य जय सिंह एवं अन्य मौजूद थे।