scriptयहां बायपास निर्माण बन रहा सांसों पर संकट, जानें पूरा मामला | Bypass creation or 'crisis of breath' | Patrika News

यहां बायपास निर्माण बन रहा सांसों पर संकट, जानें पूरा मामला

locationउदयपुरPublished: Mar 25, 2019 11:06:18 am

Submitted by:

Sushil Kumar Singh

नेशनल हाईवे 58 ई के बायपास निर्माण का मामला, धूल फांकने को मजबूर हैं क्षेत्रवासी

udaipur

बायपास निर्माण या ‘सांसों का संकटÓ

उदयपुर/ झाड़ोल. राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 58 ई पर बायपास निर्माण को लेकर जारी कार्य में बरती जा रही असावधानी क्षेत्रीय लोगों की सांसों पर संकट का कारण बनी हुई है। उदयपुर-झाड़ोल-फलासिया के बीच युद्ध स्तर पर जारी निर्माण कार्य से मिट्टी खोदने का क्रम जितनी तेजी से जारी है। उसी क्रम में वाहनों के पहियों के साथ उड़ती धूल क्षेत्र के लोगों को श्वास की बीमारियां दे रही है। विभागीय स्तर पर स्थानीय लोगों को हो रही समस्या को नजरंदाज किया जा रहा है। वहीं ठेकेदार स्तर पर निर्माण कार्य के दौरान कच्ची सड़कों पर पानी का छिड़काव करने से परहेज किया जा रहा है। नए तैयार किए गए बायपास के हिस्सों में कच्ची मिट्टी की धूल उडऩे की समस्या समय के साथ गंभीर होती जा रही है। बड़े वाहनों के पीछे चलने वाले दुपहिया वाहन सवारों की स्थिति तो और भी गंभीर है। धूल के गुबार के बीच उन्हें कई बार रास्ता दिखना भी बंद हो जाता है। खामी वश उन्हें बचाव के लिए दुपहिया वाहनों की लाइटों को जलाकर रखना पड़ता है। आंखों और श्वास में मिट्टी पहुंचने के साथ धूल के गुबार में सामने आते वाहन के नहीं दिखने से दुर्घटना का खतरा अधिक बढ़ जाता है।

इनके लिए भी संकट
धूल के गुबार का खमियाजा राहगीर या दुपहिया वाहन सवार ही नहीं झेल रहे। बल्कि निर्माण कार्य में जुटे मजदूर भी उठा रहे हैं। सड़क किनारों पर बने ढाबों एवं अन्य व्यवसायियों का तो धंधा ही चौपट हो गया है। क्षेत्र में नौकरी करने आने वाले सरकारी मुलाजिमों को भी इसी का पात्र बनना पड़ रहा है।

करते हैं पाबंद
हाईवे पर जारी निर्माण की धूल उडऩे की शिकायतें मिल रही हैं। इस बारे में ठेकेदार को पाबंद किया जाएगा। ताकि कम से कम लोगों को परेशानी हो। शब्बीर मोहम्मद, अधिशासी अभियंता, नेशनल हाईवे खण्ड उदयपुर
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो