—— यकी नहीं हुआ….
राठौड़ ने बताया कि जैसे ही उन्हें उपहार में कार खुलने की जानकारी मिली तो पहले यकीन नहीं हुआ। उन्होंने सपने में भी कभी ये नहीं सोचा था कि इतना बड़ा उपहार भी खुल सकता है, इस विशेष उपहार के लिए उन्होंने राजस्थान पत्रिका का आभार जताया। जैसे ही उन्होंने अपनी पत्नी रंजनाकुमारी को इसके बारे में बताया तो वह बेहद खुश हुई। अपने बेटे दिग्विजयसिंह को जापान व अपनी दोनों बेटियों प्रतिभा व दामिनी को इसके बारे में बताया तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं था। जैसे-जैसे परिजनों को इसकी जानकारी मिली तो वे भी उन्हें फोन कर बधाइयां देते रहे। उन्होंने बताया कि सबसे पहला सफर बोहरा गणेश जी मंदिर का होगा, वे परिवार सहित उनके दर्शन के लिए जाएंगे।
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