scriptपत्रिका से मिली राठौड़ को उपहार में कार, चाबी मिलते ही खिल गया चेहरा | Car gifted to Rathore from magazine, face blossomed as soon as he got | Patrika News

पत्रिका से मिली राठौड़ को उपहार में कार, चाबी मिलते ही खिल गया चेहरा

locationउदयपुरPublished: Sep 17, 2021 07:39:59 am

Submitted by:

bhuvanesh pandya

– सेक्टर 13 निवासी राठौड़ को मिली अल्टो 800
– पत्रिका की रीडर फस्र्ट योजना में मिली कार

पत्रिका से मिली राठौड़ को उपहार में कार, चाबी मिलते ही खिल गया चेहरा

पत्रिका से मिली राठौड़ को उपहार में कार, चाबी मिलते ही खिल गया चेहरा

भुवनेश पंड्या
उदयपुर. राजस्थान पत्रिका के रीडर फस्र्ट पुरस्कार योजना में सेक्टर 13 निवासी केसरीसिंह राठौड़ के अल्टो 800 कार खुली। यहां दुर्गा नर्सरी रोड स्थित राजस्थान पत्रिका कार्यालय में कार की चाबी मिलते ही राठौड़ की खुशी देखते ही बन रही थी। पेसिफिक मेडिकल यूनिवर्सिटी के चेयरमैन राहुल अग्रवाल, पेसिफिक मेडिकल कॉलेज के सीइओ शरद कोठारी, राजस्थान पत्रिका के उप महाप्रबन्धक अरुण शाह, उदयपुर संस्करण के संपादक संदीप पुरोहित व वितरण प्रबन्धक ताज मोहम्मद ने राठौड़ को कार की चाबी सौंप शुभकामनाएं दी।
—–
पत्रिका आत्मा की आवाज
उपहार में कार मिलते ही राठौड का चेहरा खिल उठा। सेवानिवृत्त सहायक वन संरक्षक केसरीसिंह राठौड़ ने बताया कि वे गत 30 वर्ष से अधिक समय से पत्रिका के नियमित पाठक हैं। पत्रिका सामाजिक सरोकारों से जुड़ा अखबार तो है ही लोगों के जीवन से जुड़ा हुआ दर्पण है। ये जन-जन की आत्मा की आवाज है। उन्होंने बताया कि पत्रिका में हर प्रकार के समाचारों का समावेश है, एक भी पहलू या विषय ऐसा नहीं है जो राजस्थान पत्रिका में नहीं आता हो। जनहीत के मुद्दे उठाने से लेकर लोगों की समस्याओं को दूर करने में पहले पायदान पर खड़ा यह समाचार पत्र हर किसी के दिल में बसा हुआ है। उदयपुर में स्वच्छ पानी व झीलों को बचाने के लिए राजस्थान पत्रिका ने जो अभियान चला रखा है उसके लिए राठौड़ ने पत्रिका का आभार जताया।

——

यकी नहीं हुआ….


राठौड़ ने बताया कि जैसे ही उन्हें उपहार में कार खुलने की जानकारी मिली तो पहले यकीन नहीं हुआ। उन्होंने सपने में भी कभी ये नहीं सोचा था कि इतना बड़ा उपहार भी खुल सकता है, इस विशेष उपहार के लिए उन्होंने राजस्थान पत्रिका का आभार जताया। जैसे ही उन्होंने अपनी पत्नी रंजनाकुमारी को इसके बारे में बताया तो वह बेहद खुश हुई। अपने बेटे दिग्विजयसिंह को जापान व अपनी दोनों बेटियों प्रतिभा व दामिनी को इसके बारे में बताया तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं था। जैसे-जैसे परिजनों को इसकी जानकारी मिली तो वे भी उन्हें फोन कर बधाइयां देते रहे। उन्होंने बताया कि सबसे पहला सफर बोहरा गणेश जी मंदिर का होगा, वे परिवार सहित उनके दर्शन के लिए जाएंगे।

—–

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो