READ MORE : ILLEGAL ARMS LICENSE CASE : आदतन अपराधी ने ‘मांडवली’ का दिया झांसा, सूरत से गुर्गा लेकर आया था लाखों रुपए! आचार्य ने यह डील ओझा की गिरफ्तारी से पूर्व की थी। भांडा फूटने के बाद से वह फरार है लेकिन पुलिस ने उसके भाई अनिल आचार्य, आदतन अपराधी दलाल राजकुमार आचार्य व मांडवली के पैसे लेकर पहुंचा सूरत का व्यापारी सम्पत सारस्वत को गिरफ्तार किया। पुलिस ने उनके विरुद्ध अवैध आपराधिक षड़यंत्र रचकर धमकी देकर फिरौती मांगने का मामला दर्ज किया। पुलिस ने अब तक आरोपितों से 20 लाख रुपए बरामद किए हैं। शेष 12 लाख रुपए की राशि के लिए अभी उनसे पूछताछ जारी है। गौरतलब है कि राजस्थान पत्रिका ने १ नवम्बर के अंक में ‘आदतन अपराधी ने मांडवली का दिया झांसा, सूरत से गुर्गा लेकर आया लाखों रुपए!’ शीर्षक से खबर प्रकाशित कर पूरी मांडवली का भंडाफोड़ किया था। सभी आरोपितों ने फर्जी लाइसेंस में गिरफ्तार लालगढ़ तहसील के दीदासर (चूरू) हाल मथुरानगर चोपड़ावाड़ी गंगासर (बीकानेर) निवासी सरगना भंवरलाल पुत्र रामेश्वरलाल ओझा को छुड़वाने के लिए यह राशि ली थी। लोकेश के कहने पर सारस्वत 32 लाख रुपए की राशि लेकर सूरत से जयपुर पहुंचा था। बाद में सभी ने उदयपुर आकर राशि आपस में बांट ली।
READ MORE : video: उदयपुर की फतहसागर झील में फिर भिड़ी नावें, नाव से उछल पानी में गिरा युवक, बमुश्किल बची जान यह पूरा सौदा भंवर व दलाल त्रिलोकपुरा रानोली (सीकर) निवासी धर्मवीरसिंह शेखावत, उदयपुर के मार्बल उद्यमी ऋषभदेव निवासी अनंत कुमार पुत्र बंशीलाल कोठारी के गिरफ्तारी से पूर्व किया गया था। राशि लेने के बावजूद भंवर की गिरफ्तारी होने पर उसके भाई इन्दरलाल ने पुलिस को शिकायत कर दी। पुलिस ने सभी को उठाया लेकिन उन्होंने राशि को इधर-उधर कर डाला। पुलिस अभी काफी राशि बरामद कर चुकी है। लोकेश के फरार होने से पुलिस आरोपितों से पूछताछ में जुटी है।