READ MORE : जोश टॉक्स का उदयपुर आईआईएमयू में फिल्मांकन, जुझारू युवाओं ने अपना सफर साझा कर जगाया जोश जानकारी के अनुसार यहां सभी सरकारी कार्यालयों की तरह तहसील कार्यालय में भी विद्युत निगम का प्रीपेड मीटर लगा हुआ है। तहसील कार्यालय के लेखाकार की लापरवाही के चलते पिछले दो माह से प्री पेमेंट करना तो दूर बकाया बिल तक जमा नहीं करवाया गया। इसके चलते बाकियात पांच हजार रुपए से भी ज्यादा हो गई। आंकड़ा बढऩे से पहले तहसील कार्यालय की बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई है। इसकी जानकारी कार्यवाहक तहसीलदार और लेखाकार को होने के बावजूद उन्होंने ध्यान नहीं दिया।
इधर, मंगलवार को रजिस्ट्री करवाने पहुंचे फलासिया सरपंच पूनमचंद सहित शांतिलाल तेली, रघुवीरसिंह, गोविंद शर्मा आदि को परेशानी का सामना करना पड़ा। तहसीलदार के उदयपुर मीटिंग में होने और लेखाकार के अवकाश पर होने क पता चलने पर ग्रामीणों का आक्रोश बढ़ गया। वे सीधे उपखण्ड अधिकारी कर्पूरशंकर मान के पास जा पहुंचे। हालात जानकर एसडीओ ने लेखाकार से फोन पर ही जवाब तलब कर लिया। अवकाश पर होने का जवाब मिलने पर एसडीओ ने फटकार लगा दी। फिर तहसीलदार ओमप्रकाश सोनी को फोन कर व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए। एसडीओ ने तहसील कार्यालय में कर्मचारियों को भी बुलाकर सवाल किए। कर्मचारियों ने पूर्व में बिजली बिल जमा करवाने के बारे में बताया। एसडीओ ने बकाया बिल जमा करवाकर बिजली आपूर्ति बहाल करने के निर्देश दिए हैं।
मैं ट्रेनिंग पर था
मैं दो महीने से ट्रेनिंग में था। आज अवकाश पर हंू। बुधवार को आते ही बिजली चालू करवा दी जाएगी। -प्रदीप पूर्बिया, लेखाकार, झाड़ोल तहसील लेखाकार को कहता हूं
मैं उदयपुर में हूं। बिल जमा नहीं होने के कारण बिजली आपूर्ति बंद हो गई होगी। लेखाकार को बिल जमा करवाकर आपूर्ति सुचारू करवाने के लिए कहता हंू।
मैं दो महीने से ट्रेनिंग में था। आज अवकाश पर हंू। बुधवार को आते ही बिजली चालू करवा दी जाएगी। -प्रदीप पूर्बिया, लेखाकार, झाड़ोल तहसील लेखाकार को कहता हूं
मैं उदयपुर में हूं। बिल जमा नहीं होने के कारण बिजली आपूर्ति बंद हो गई होगी। लेखाकार को बिल जमा करवाकर आपूर्ति सुचारू करवाने के लिए कहता हंू।
-ओमप्रकाश सोनी, कार्यवाहक तहसीलदार, झाड़ोल