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उदयपुर के एमबी हॉस्पिटल के ट्रोमा वार्ड में ट्रोली के नाम पर रोगियों से लूट खसोट, चेहरा देख लेते पैसे

locationउदयपुरPublished: Dec 24, 2017 06:56:30 am

Submitted by:

Sushil Kumar Singh

-संभाग के सबसे बड़े महाराणा भूपाल राजकीय चिकित्सालय में घायलों और मरीजों से स्ट्रेचर और ट्रोली सुविधा के नाम पर अवैध वसूली का खेल हो रहा है।

case of mb hospital udaipur
उदयपुर . संभाग के सबसे बड़े महाराणा भूपाल राजकीय चिकित्सालय में घायलों और मरीजों से स्ट्रेचर और ट्रोली सुविधा के नाम पर अवैध वसूली का खेल हो रहा है। इमरजेंसी के बाहर रोगी वाहन से घायल को वार्ड तक पहुंचाने और वार्ड में भर्ती मरीजों को वाहन तक छोडऩे के नाम पर हो रही इस वसूली से गरीब तबके को मजबूरी में जेब ढीली करनी पड़ रही है। इस मामले से चिकित्सालय प्रशासन अनजान नहीं है, लेकिन छोटे तबके के कार्मिकों की इन गतिविधियों को रोकने के लिए कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं।
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लोगों की शिकायत पर राजस्थान पत्रिका ने पड़ताल की तो चौंकाने वाले तत्थ सामने आए। स्वयं सीधे तौर पर चिकित्सालय अधीक्षक के अधीनस्थ संचालित अधीनस्थ हड्डी वार्ड और ट्रोमा वार्ड में ट्रोली मेन की ओर से २० रुपए और ३० रुपए लेने की पुष्टि हुई। पूछताछ पर दूरदराज से आए ग्रामीण इलाके के परिजन इस वसूली को लेकर नाराज भी हुए। गौरतलब है कि इससे पहले बच्चा रोगी को डिस्चार्ज के नाम पर बाल चिकित्सालय के प्रोफेसर की ओर से परिजनों को घर बुलाकर ५०० रुपए फीस लेने का भी मामला सामने आया था।
चेहरा देखकर मांग
चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की यह प्रवृत्ति लंबे समय से यथावत है। रोगी और परिजनों की स्थिति का आभास कर वह उनसे खुशी के तौर पर रुपए मांगने की हिमाकत करते हैं। वीआईपी दिखने वाले लोगों से रुपए मांगने की हिम्मत नहीं होती है तो यह तबका ट्रोली को मौके पर लाने में आना-कानी करता है। पत्रिका की पड़ताल के दौरान जब ट्रोली मैन से पूछा गया कि कितने रुपए लिए हैं तो उसने जवाब दिया कि २० रुपए। किस बात के लिए रुपए लिए गए हैं, तो उसने जवाब दिया कि रोगी के परिजन की ओर से चाय पीने के लिए खुशी से दिए गए हैं।
परिजन ने बताई पीड़ा
हुआ यूं कि दमाड़ा तहसील झाड़ोल निवासी हीरा का रिश्तेदार गौतम हड्डी वार्ड में भर्ती था। छुट्टी के दौरान उसे घर तक ले जाने के लिए उसने जीप मंगाई। वार्ड से ट्रोमा वार्ड के बाहर तक लाने के लिए ट्रोली मैन ने पूरी मशक्कत की। जीप में युवक को बिठाने के बाद ट्रोली मैन ने हीरा से रुपए की मांग की। हीरा की जेब से ३० रुपए बाहर निकले तो ट्रोली मैन पूरे रुपए मांगने लगा। इस पर हीरा ने २० रुपए देकर पीछा छुड़ाया।
गंभीर है मामला
वार्ड बॉय और ट्रोली मैन की ओर से रुपए मांगने का मामला गंभीर है। हालांकि यह मेरी जानकारी में नहीं आया है। मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी। साथ ही स्टाफ को एेसे मामलों से बचने की हिदायत दी जाएगी।
डॉ. विनय जोशी, अधीक्षक, एमबी हॉस्पिटल

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