यह बात उन्होंने सोमवार शाम यहां भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में कही। देश में कृषि बिलों को लेकर चल रहे आंदोलन पर अपनी बात रखने यहां आए शेखावत ने कहा कि 2014 में जब केंद्र में भाजपा की सरकार बनी तब कदम दर कदम आगे बढ़ाते हुए मोदी सरकार ने कृषि रिफार्म का कार्य किया, कृषि कैसे बढ़े इसके लिए हरित क्रांति की गई। शेखावत का कहना था कि जब स्वामीनाथन आयोग ने 2006 में रिपोर्ट दे दी तो 2010 तक कांग्रेस सरकार तो उन्हें लागू करने का साहस भी नहीं कर पाई, जबकि जब भी किसान रिफॉर्म की बात की गई तो स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करने की बात सभी दलों ने की थी।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस व अन्य दल अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के लिए इन बिलों का विरोध कर रहे है। कृषि क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन के लिए मोदी कार्य कर रहे हैं परंतु विपक्षी दल उसमें बाधा बन रहे हैं। शेखावत ने गहलोत सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि जो धोखा प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने किसानों व युवाओं के साथ किया है वह सबके के सामने है।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस व अन्य दल अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के लिए इन बिलों का विरोध कर रहे है। कृषि क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन के लिए मोदी कार्य कर रहे हैं परंतु विपक्षी दल उसमें बाधा बन रहे हैं। शेखावत ने गहलोत सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि जो धोखा प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने किसानों व युवाओं के साथ किया है वह सबके के सामने है।