चाइल्ड फंड इंडिया के यूरी मिश्रा ने चाइल्ड लाइन परियोजना के जिला समन्वयक नवनीत औदिच्य को सूचना दी कि कोटड़ा क्षेत्र के झांझर गांव में पांच बच्चे अनाथ हैं, जिनमें दो बालक व तीन बालिकाएं शामिल हैं। इनके पिता की डेढ़ वर्ष पूर्व मौत हो गई तथा मां उन्हें छोड़ कर अन्य जगह नाते चली गई। माली हालत खराब होने के चलते 12 वर्षीय बड़ा भाई गुजरात में मजदूरी कर परिवार को पाल रहा है। इनके खाने-पीने के फाके हैं, ये बच्चे स्कूल भी नहीं जा पा रहे। इनकी देखभाल भी करने वाला कोई नहीं है। सेंटर के पन्नालाल ने बच्चों की जानकारी लेकर पूरी रिपोर्ट बाल कल्याण समिति केे समक्ष पेश की।
READ MORE : उदयपुर में बिगड़़ा़ माहौल, करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने किया हंगामा, पुलिस जाप्ता तैनात, देखें तस्वीरें रिपोर्ट पेश करने के बाद सीडब्ल्यूडी सदस्य बीके गुप्ता ने मांडवा थानाधिकारी से वार्ता कर संज्ञान लेते हुए विजिट किया। टीम के पन्नालाल व ललित ने बुधवार को पांचों बच्चों को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया। अध्यक्ष प्रीति जैन, सदस्य राजकुमारी भार्गव, सुशील कुमार दशोरा, बी.के.गुप्ता, हरीश पालीवाल, राजकीय किशोरगृह अधीक्षक के चन्द्रवंशी के समक्ष पेश किया गया। समिति ने बच्चों के भविष्य को देखते हुए उन्हें दो बालिकाओं को महिला मंडल में दो बालक मदर टेरेसा ओर एक बालक को राजकीय किशोरगृह में आश्रय दिलाया।