scriptचोरी छिपे बच्चों से करवाते थे यह काम, जब पकड़े गए तो रोने-बिलखने लगे बच्चे व परिजन | Children caught begging on the road in udaipur | Patrika News

चोरी छिपे बच्चों से करवाते थे यह काम, जब पकड़े गए तो रोने-बिलखने लगे बच्चे व परिजन

locationउदयपुरPublished: Mar 03, 2019 04:44:26 pm

– बच्चे हाथ छुड़वाकर भागने तक कोशिश भी करने लगे

उदयपुर . शहर के अतिव्यस्तम चौराहे सहित सार्वजनिक स्थानों पर पुलिस व चाइल्ड लाइन ने आकस्मिक कार्रवाई करते सडक़ों पर 50 से ज्यादा मासूम पकड़े। धरपकड़ के दौरान पास में छिपे बैठे उनके परिजन रोते बिलखते हुए अनुनय विनय करने लगे। जांच करने पर पता चला कि यह बच्चे उदयपुर शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्र के साथ ही मध्यप्रदेश के नीमच से भी परिवार के साथ यहां पहुंचे। शिवरात्री मेले में जाने से पहले यह शनि महाराज के नाम पर टेर लगा रहे थे। पुलिस ने सभी बच्चों के नाम पते रिकॉर्ड में लिए तथा उनके परिजनों को पाबंद के बाद छोड़ा। हालांकि, पुलिस अब रिकॉर्ड को बच्चों की गुमशुदा सूची में उनकी तस्दीक करेगी। गौरतलब है कि पुलिस अधीक्षक कैलाश विश्नोई के निर्देशन तथा एएसपी माधुरी वर्मा के नेतृत्व में शहर को भिक्षामुक्त करने के व बालश्रम को रोकने के लिए खुशी-1 नाम से अभियान चलाया गया। अभियान के तहत मानव तस्करी विरोधी यूनिट के सीआई श्यामसिंह चारण के साथ कांस्टेबल राजेश जाट, भानूप्रताप सिंह, नारायण सेवा संस्था से हितेंद्र, शांति लाल, चाइल्ड लाइन से नवनीत औदिच्य, मोइन, पायल कनेरिया विरेन्द्र सिंह मय टीम ने रेती स्टैण्ड, पानेरियों की मादड़ी, सेक्टर-4, सेवाश्रम चौराहा, ठोकर चौराहा, बोहरा गणेशजी, चेतक सर्किल, फतहसागर, हाथीपोल चौराहा,शनि महाराज मंदिर, जगदीश मंदिर और गोवर्धन विलास सेक्टर-14 में रेस्क्यू किया तो उन्हें हर जगह पर बच्चे भिक्षावृत्ति करते मिले। टीम ने इन बच्चों के अलावा रेस्टारेंट व थड़ी पर काम करने वाले बालश्रमिकों से सहित करीब 54 जनों को मुक्त करवाया।
READ MORE : प्रसूताओं को ठूंस-ठूंस कर भर रहे एम्बुलेंस में, जब विरोध करते हैं तो यह मिलता है जवाब

रोने बिलखने लगे परिजन

टीम ने जैसे ही बच्चों को पकड़ा तो उनके परिजन इधर-उधर भागते दौड़ते पहुंचे, और रोते-बिलखते हुए छोडऩे की गुहार करने लगे। कुछ बच्चों ने पूछताछ में खर्चा पानी निकालने, स्कूल सामग्री खरीदने के लिए भीख मांगना बताया। तो कुछ अपने साथियों का साथ देखकर शामिल होना स्वीकार किया।
इसी दौरान कुछ बच्चे हाथ छुड़वाकर भागने तक कोशिश भी करने लगे। वहीं, कुछ बच्चे माता-पिता के साथ ही कमंडल व बर्तन में भिक्षावृति करते मिले। सबको पुलिस ने कानून का हवाला देते पाबंद किया। इधर, चाइल्ड लाइन कार्यकर्ताओं ने सब बच्चों
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो