लम्बी उपेक्षा के बाद चुनावी वर्ष के मद्देनजर मतदाताओं को लुभाने के लिए 43.८४ करोड़ रुपए की लागत से निर्मित देवेन्द्र एनीकट एवं जल अपवर्तन सुरंग परियोजना, 20 करोड़ रुपए की लागत से कीर की चौकी-सलूम्बर मार्ग पर 19 किमी सडक़ के सुदृढ़ीकरण कार्य, 1.३० करोड़ रुपए की लागत से गोमती नदी पर खरका-लोदा पुल, 1.३० करोड़ रुपए की लागत से बरोड़ा व बड़ावली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भवन का निर्माण, 6.७९ करोड़ रुपए की लागत से सराड़ा व बरोड़ा विवेकानंद मॉडल स्कूल सहित कई अन्य पुलिया निर्माण एवं भवन निर्माण कार्य के लोकार्पण एवं शिलान्यास किए गए।
कार्यक्रम में आए कई लोगों के साथ पुलिसकर्मियों ने धक्का मुक्की की। कई लोग अपनी मांगों को लेकर पहुंचे थे, तो कुछ अपनी पीड़ा लेकर। उनका कहना था कि सरकारी कार्यक्रमों में आने का क्या मतलब जब हमारी सुनने वाला कोई नहीं हो।
कार्यक्रम में धारोत पंचायत के सचिव के साथ ट्राई साइकिल लेने को पहुंचे दिव्यांगों को साइकिल नहीं मिली। केसा पुत्र अमरा ने बताया कि वह पहले भी साइकिल लेने पैसा खर्च कर एेसे कार्यक्रम में आ चुके हैं, लेकिन उन्हें साइकिल नहीं मिली। छगन पुत्र गोता और पप्पू पुत्र भीमसिंह ने बताया कि हमें पहले साइकिल देने के लिए कहा था, लेकिन अब मना कर रहे हैं। दूसरी ओर, कार्यक्रम में आए जिन दिव्यांगों को ट्राई साइकिल व अन्य उपकरण बांटे गए, उन्हें सुबह दस बजे ही बुलाकर बिठा दिया था।
सलूम्बर क्षेत्र में ३६२ करोड़ रुपए से अधिक की लागत के २५ कार्यों के शिलान्यास व लोकार्पण कार्यक्रम में सुबह ही पहुंच गए लोग बैठे-बैठे थक गए। अतिथि शाम चार बजे के बाद पांडाल में पहुंचे। भाजपा के कार्यकर्ताओं और अधिकारियों ने लोगों को पांडाल में सुबह दस बजे पहले से ही प्रवेश देना शुरू कर दिया था।