पत्र लिखकर ये विरोध की बात के सवाल पर मीणा बोले कि ऐसी कोई बात नहीं है। जिन्होंने पत्र लिखा उनमें से कई बैठक में थे उन्होंने स्पष्टकीरण दिया कि पत्र का गलत अर्थ निकाला जा रहा है। गुलाम नमी आजाद तो बोले थे कि इस परिवार से इन्दिरा गांधी के समय से जुड़ा हुआ हूं। हमारा लिखने का उद्देश्य अलग था और अर्थ अलग निकाला जा रहा है। फिर भी सीडब्ल्यूसी ऐसा महसूस करती है कि यह ठीक नहीं है तो हमारा जो अपराध बन रहा है उसे भुगतने को तैयार है।
रघुवीर ने तब खेरवाड़ा आए राजीव-सोनिया की याद दिलाई रघुवीर मीणा का जब बोलने का नंबर आया तो उन्होंने कहा कि किस तरह स्व. राजीव गांधी 1985 में उदयपुर जिले के आदिवासी क्षेत्र खेरवाड़ा के एक छोटे से गांव धनोल आए और आदिवासियों की सुध ली थी। बाद में वे जब दिल्ली गए तो वहां गरीबों के कल्याण के लिए येाजनाएं बनाई। मीणा ने गांधी परिवार के देश के विकास व कांग्रेस पार्टी में योगदान पर विस्तार से विचार रखे। साथ ही उन्होंने राहुल गांधी का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने अपनी सभा के दौरान आदिवासियों को आश्वस्त किया था कि वे उनके सिपाही है। मीणा ने राजस्थान सरकार को गिराने के भाजपा के षडयंत्र को नाकाम करने के लिये मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं कांग्रेस नेतृत्व की सराहना की।