किरण माहेश्वरी यह बताया 1992 में हम गए थे। पहला जत्था जगदीश चौक से उस समय विधायक स्व. शिवकिशोर सनाढ्य के साथ रवाना हुआ। उसमें मै और हमारी मातृ शक्ति थी। हम वहां 30 को पहुंच गए थे। रास्ते में खाना बनाने को लेकर भी काम हमने ही किया था। पुडिय़ा बंटने और साथी कार सेवकों के साथ भोजन करते हम पहुंच गए। दायजी जोधसिंह के साथ सरयु नदी पर गए थे। वहां से सभी स्नान करके राम मंदिर स्थल तक पहुंचे। जयश्री राम के नारों से अयोध्या गूंजी हुई थी।
मै भी प्रत्यक्षदर्शी था मै सौभाग्यशाली हूं कि 6 दिसम्बर 1992 के दिन कारसेवक के रूप में अयोध्या था। मै प्रत्यक्षदर्शी था। वह समय आज भी जहन में है। ऐतिहासिक यात्रा थी, उदयपुर से लेकर अयोध्या तक लोगों में जोश व जूनून था।
– विजय प्रकाश विप्लवी, पूर्व पार्षद
– विजय प्रकाश विप्लवी, पूर्व पार्षद