कटारिया ने निजी अस्पतालों पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार में तो हजारों के इंजेक्शन नि:शुल्क लग रहे हैं लेकिन निजी अस्पताल भारी-भरकम बिल दे रहे हैं। ऐसे में सरकारी अस्पतालों में गंभीर मरीजों को रखने की व्यवस्था पर ध्यान देना जरूरी है। और इसके लिए सिर्फ सिस्टम सुधारने की जरूरत है, संसाधन तो मौजूद हैं उन्हें सही तरीके से काम में लेना होगा।