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लसाडिय़ा और कोटड़ा ब्लॉक की दीवार नहीं भेद पाया कोरोना, इन्हें छोड़ पूरा जिला चपेट में

locationउदयपुरPublished: May 29, 2020 09:05:09 am

Submitted by:

bhuvanesh pandya

– लसाडिय़ा और कोटड़ा को छोड़ पूरा जिला चपेट में
– चिकित्सा विभाग के 12 ब्लॉक : दस ब्लॉक के गांवों में संक्रमण

- लसाडिय़ा और कोटड़ा को छोड़ पूरा जिला चपेट में

– लसाडिय़ा और कोटड़ा को छोड़ पूरा जिला चपेट में

भुवनेश पंड्या

उदयपुर. जिले का अधिकांश हिस्सा कोरोना की गिरफ्त में आ चुका हैं, वहीं राहत की बात ये है कि दो ब्लॉक लसाडिय़ा व कोटड़ा ऐसे हैं, जिनमें कोरोना नहीं पहुंच पाया। यहां अब तक एक भी मामला कोविड-19 का सामने नहीं आया है। इन ब्लॉक्स में सेंपलिंग की गई, जांच जारी है। बाहर से लोगों के आने का क्रम भी नहीं रुका है। बावजूद इसके दोनों ब्लॉक कोरोना संक्रमण से बचे हुए हैं।
उदयपुर जिले के लसाडिय़ा और कोटड़ा की मिलाकर करीब चार लाख जनसंख्या है। इनमें से कोई पॉजिटिव केस नहीं होना स्थानीय प्रशासन की उपलब्धि है। हालांकि इन दोनों ब्लॉक में सेंपलिंग जरूरत के आधार पर कम ही हुई है। इसमें लसाडिय़ा में करीब 100 और कोटड़ा में 270 यानी दोनों की मिलाकर 370 लोगों की सेंपलिंग की गई है।
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दोनों ब्लॉक की आबादी
लसाडिया – 1 लाख 10 हजार

कोटड़ा – 2 लाख 74 हजार
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अब तक ग्रामीण क्षेत्र में ऐसे सामने आए है कोरोना पॉजिटिव
गांव – ब्लॉकवार

थामला – मावली
बस्सी – सलूम्बर
देबारी – गिर्वा
सविना – गिर्वा

तीतरड़ी – गिर्वा
भोपलपुरा, वल्लभनगर – भींडर

मेनार – भींडर
धोलागिरी – सलूम्बर

वार्ड 01 – सलूम्बर
जावद – सराड़ा

थूर – बडग़ांव
गुड़ली – मावली

नाई-सज्जननगर – गिर्वा
बेदला – बडग़ांव
बम्बोरा – गिर्वा
कुराबड़ा – गिर्वा

बामनिया – सलूम्बर
करावली – सलूम्बर

राजापुरा – भींडर
अडिन्दा – भींडर

कच्छेर की ढाणी – भींडर
उथरड़ा – सलूम्बर

सेमल – गोगुन्दा
एकलिंगपुरा – गिर्वा

मोड़ी – गोगुन्दा
करवल – भींडर
पानेर – गोगुन्दा
खेड़ी जगत – गिर्वा

ऋषभदेव – ऋषभदेव
जगत – गिर्वा

नूरड़ा – मावली
सगतड़ा – सराड़ा

मावल – मावली
वाली जगत – गिर्वा

नागदा मोहल्ला – भींडर
रूडेंडा – भींडर

पडावली – गोगुन्दा
बोरी, कुराबड़ – गिर्वा
अदवास – सराड़ा
जावद – सराड़ा

ओगणा – झाड़ोल
रूंडेडा – वल्लभनगर

लकड़वास – गिर्वा
कानपुर – गिर्वा

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हमने रेंडम सेंपलिंग की है, सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई। यहां के लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता ठीक है। अभी तक यहां से 100 नमूने जांच करवा रखे हैं, बैंगलूरु से आने वाले 27 लोगों की एक साथ जांच करवाई थी, वहीं करीब 60 लोगों से अधिक रेंडम सेंपलिंग करवाई है। सुपर स्प्रेडर माने जाने वाले किराणा दुकान, राशन क्षेत्र, हॉस्पिटल स्टाफ, एसडीएम कार्यालय, पुलिसकर्मियों की जांच करवाई है। आठ हजार लोग बाहर से आए हैं, उनकी जांच के लिए उदयपुर से चिकित्सा दल आया। लसाडिय़ा मुख्यालय बुधवार से सुबह 8 से 12 बजे तक खोला गया है। इतने दिन लॉकडाउन के नियम के साथ कुछ दुकानों को खोलने की अनुमति थी।
डॉ . संकेत जैन, बीसीएमओ, लसाडिय़ा
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बाहर से आने वालों की संख्या करीब 250 है, भौगोलिक स्थिति ऐसी है जहां जो भी भाई है, वह दूर दूर और अलग-अलग रहते हैं, बस्ती नहीं है, दूर पहाडिय़ों पर बसे हुए मकान हैं, इसका लाभ मिला है। कोटड़ा से करीब 270 नमूने करवाए गए हैं, जिनमें से सभी नेगेटिव हैं। कोटड़ा सीएचसी के पीछे ही दस मीटर दूरी पर गुजरात बोर्डर है, वहीं इस ब्लॉक के करीब दस गांव ऐसे है जो गुजरात बोर्डर से जुड़े है। 2 लाख 74 हजार जनसंख्या है इस ब्लॉक की। जो बाहर से आए लोग हैं उन्हें पूरी तरह से होम क्वारंटीन किया गया है। बाहर से आने वाले कुछ लोगों ने खेतों में ग्रिन नेट शेड में रहकर अपना समय पूरा किया।
डॉ. शंकरलाल चह्वाण, बीसीएमओ, कोटड़ा
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