इधर, जिला प्रशासन की एक समीक्षात्मक बैठक जिला परिषद सभागार में पेडणेकर ने ली। बैठक में सभी संबंधितों ने पूरी रिपोर्ट उनके समक्ष रखी। बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि जब भी लॉकडाउन उदयपुर में खोला जाए तब रेड जोन व कफ्र्यू वाले एरिया को कंटेंटमेंट जोन ही रखा जाए। संक्रमण को रोकने के लिए यह अहम होगा। बैठक में जिला कलक्टर आनंदी, पुलिस अधीक्षक कैलाशचंद बिश्रोई, जिला परिषद सीईओ कमर चौधरी, नगर निगम आयुक्त अंकित कुमार सिंह, गिर्वा एसडीएम सौम्या झा, अतिरिक्त जिला कलक्टर ओपी बुनकर, संजय कुमार, यूआईटी सचिव अरुण कुमार हासिजा, आएसएमएमएल के कार्यकारी निदेशक बालमुकुन्द असावा, जिला रसद अधिकारी ज्योति ककवानी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. दिनेश खराड़ी, आरएनटी प्राचार्य डा. लाखन पोसवाल आदि मौजूद थे। उन्होंने पेसिफिक विश्वविद्यालय हॉस्टल, गीतांजलि डबोक, अरावली इंजीनियरिंग हॉस्टल उमरड़ा, दर्शन डेंटल कॉलेज हॉस्टल स्थित क्वारंटाइन सेंटर का दौरा भी किया। उन्होंने क्वारंटाइन किए लोगों से सवाल-जवाब भी किए।
उन्होंने कोरोना का हॉटस्पॉट बने कांजी का हाटा, नाइयों की तलाई व अम्बावगढ़ कच्ची बस्ती क्षेत्र का निरीक्षण भी किया। इससे पूर्व सुबह संभागीय आयुक्त विकास एस भाले से मुलाकात कर कोरोना की स्थिति को लेकर चर्चा की।