प्रारंभिक शिक्षा में कार्यरत प्रत्येक शिक्षक के कोरोना के दोनों डोज अब तक लगाए जा चुके हैं और कोरोना टीकाकरण का लक्ष्य भी पूरा हो चुका है, लेकिन माध्यमिक शिक्षा विभाग में केवल 45 वर्ष से ऊपर उम्र वाले शिक्षकों को ही टीका लगाया जा रहा है। माध्यमिक शिक्षा में उदयपुर जिले के लगभग 9,419 शिक्षक हैं, जो रोज स्कूल जा रहे हैं। कई शिक्षक रोजाना पॉजिटिव मिल रहे हैं। एक शिक्षिका की जान भी कोरोना की वजह से जा चुकी है। वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में कक्षा 6 से 12वीं तक की कक्षाएं अब भी चल रही हैं क्योंकि सरकार के आदेशानुसार केवल शहरी सीमा से सटे स्कूलों में ही एक से नौंवीं तक के लिए स्कूल बंद किए गए हैं। स्कूलों में प्रायोगिक परीक्षाएं भी चल रही हैं और जल्द ही परीक्षाएं भी शुरू होने वाली हैं।
माध्यमिक शिक्षा के विद्यालयों में यहां शिक्षक मिल चुके पॉजिटिव – – राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय भैंसड़ा खुर्द ,कुराबड़ ब्लॉक – 4 शिक्षक
– राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय काया ,ब्लॉक गिर्वा – 4 शिक्षक
– राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय लकड़वास, ब्लॉक गिर्वा -2 शिक्षक – राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय कातरवास कलां ,ब्लॉक खेरवाड़ा – 4 शिक्षक
– राजकीय उच्च माध्यमिक विधालय गुड़ली, ब्लॉक मावली – 2 शिक्षक
– राजकीय उच्च माध्यमिक विघालय सुखेर , ब्लॉक बडग़ांव – एक शिक्षिका की कोरोना से मृत्यु
इनका कहना है… सरकार के निर्देश पर टीकाकरण किया जा रहा है, जैसे ही आगे से इस वर्ग के शिक्षक शामिल किए जाएंगे तो उन्हें टीकाकरण शुरू कर दिया जाएगा।
डॉ. दिनेश खराड़ी, सीएमएचओ, उदयपुर
प्रशासन व चिकित्सा विभाग से बार-बार आग्रह के बाद भी माध्यमिक सेटअप के शिक्षकों के टीकाकरण आदेश नहीं करना शिक्षकों के साथ इन विद्यालयों में पढऩे वाले बालकों की जान जोखिम में डालने जैसा है। वो भी ऐसे समय में जब विद्यालय में प्रायोगिक परीक्षाएं चल रही हैं और वार्षिक परीक्षाएं आने वाले समय में शुरू होने वाली हैं।